Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

सोमवार, 7 जून 2010

मंगलवार, 1 जून 2010

शनिवार, 15 मई 2010

शनिवार, 8 मई 2010

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

मत भरो शूलों से दामन अपना

अप्रैल 23, 2010
कभी वक्त ने करके मजबूर जिन्हें कर दिया जुदा गुजरे पलों को जिसने ख़ामोशी से दिल में सहेज लिया उनसे ही सीखा सबक प्यार का दुनिया वालों ने जि...
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शुक्रवार, 16 अप्रैल 2010

शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010

गुरुवार, 1 अप्रैल 2010

बुधवार, 17 मार्च 2010

सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है

मार्च 17, 2010
मामूली दुश्मन या घाव की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनाता है ...
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रविवार, 7 मार्च 2010

सब चलता रहता है

मार्च 07, 2010
गाँव हो या शहर आज जब भी कोई घटना, दुर्घटना या सामाजिक सरोकार से सम्बंधित कुछ अहम् बातें सामने आती है तो अक्सर बहुत से लोगों को बड़े सहजता स...
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शनिवार, 27 फ़रवरी 2010

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2010

रविवार, 14 फ़रवरी 2010

गुरुवार, 11 फ़रवरी 2010