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ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

बुधवार, 24 जनवरी 2018

भोपाल उत्सव मेले में झलकता शहर का वसंत

जनवरी 24, 2018
इस बार तो २६ जनवरी से पहले ही वसंत पंचमी आ गयी। भला हो घर के बगीचे की छोटी सी क्यारी में खिली वासंती फूलों से लदी सरसों का! वसंत के आगमन क...
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शुक्रवार, 5 जनवरी 2018

सोमवार, 1 जनवरी 2018

शनिवार, 16 दिसंबर 2017

चूहे के न्याय से बिल्ली का अत्याचार भला

दिसंबर 16, 2017
कानून का निर्णय काले कौए को बरी लेकिन फाख्ता को दोषी ठहराता है निर्धन के लिए मुसीबत और धनवान के लिए कानून फायदेमंद होता है मुकदमे में कि...
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गुरुवार, 30 नवंबर 2017

बुधवार, 1 नवंबर 2017

बुधवार, 25 अक्तूबर 2017

दरिया जिधर बह निकले वही उसका रास्ता होता है

अक्तूबर 25, 2017
दो काम एक साथ हाथ में लेने पर एक भी नहीं हो पाता है। बहुत ज्यादा सोच-विचार वाला कुछ भी नहीं कर पाता  है।। जो कुछ नहीं जानता वह किसी बात ...
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गुरुवार, 19 अक्तूबर 2017

क्या दीवाली लक्ष्मी जयन्ती है?

अक्तूबर 19, 2017
एक मान्यता के अनुसार दीपावली ‘लक्ष्मी जयन्ती’ अर्थात् लक्ष्मी के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। निश्चित ही यह कल्पना अर्वाचीन है, क्यो...
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शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2017

प्यार की अजीब होती है दास्ताँ

अक्तूबर 13, 2017
कुछ हुई उनकी बात कुछ  हुई मुलाकात और वे प्यार समझ बैठे दिल देने की भूल कर  बैठे कहते सुनते आए से जिसे वे भी करने लगे प्यार बस इसी प...
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शनिवार, 9 सितंबर 2017

एक उम्मीद जरूरी है जीने के लिए

सितंबर 09, 2017
एक उम्मीद जिसकी नाउम्मीदी पर उठती है मन में खीज, झुंझलाहट निराश मन कोसता बार-बार उम्मीद उनसे जो खुद उम्मीद में जीते-पलते हैं उम्मीद...
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रविवार, 6 अगस्त 2017

भाई-बहिन का प्यारा बंधन रक्षाबंधन

अगस्त 06, 2017
रिमझिम सावनी फुहार-संग पावन पर्व रक्षाबंधन आया है घर-संसार खोई बहिना को मायके वालों ने बुलाया है मन में सबसे मिलने की उमंग धमा-चैक...
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शुक्रवार, 4 अगस्त 2017

बांध कलाई में राखी बहिना अपना प्यार जताती है

अगस्त 04, 2017
बहिन विवाहित होकर अपना अलग घर-संसार बसाती है। पति-बच्चे, पारिवारिक दायित्व दुनियादारी में उलझ जाती है।। सतत स्नेह, प्रेम व प्यार की नि...
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शनिवार, 29 जुलाई 2017

बरखा बहार आयी

जुलाई 29, 2017
सूरज की तपन गई बरखा बहार आयी झुलसी-मुरझाई धरा पर हरियाली छायी बादल बरसे नदी-पोखर जलमग्न हो गए खिले फूल, कमल मुकुलित बदन खड़े हुए नदियां ...
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रविवार, 9 जुलाई 2017

सोमवार, 26 जून 2017