इस वास्ते पंद्रह अगस्त है हमें प्यारा - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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बुधवार, 14 अगस्त 2019

इस वास्ते पंद्रह अगस्त है हमें प्यारा

जब-जब 15  अगस्त को लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराया जाता है
तब-तब स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु न्यौछावर हर शहीद सबको याद आने लगता है

प्रधानमंत्री जी पहले देश की कठिनाईयों, विपदाओं पर बहुत देर गंभीर रहते हैं
फिर भावी योजना पर प्रकाश डाल वर्षभर की उपलब्धियों का बखान करते हैं

राष्ट्रशक्ति को निर्बल करने वाले आंतरिक व बाह्य तत्वों पर तीव्र प्रहार करते हैं
फिर सभी 'राष्ट्रगान' गाकर 'जय हिंद' के घोष-संग अपनी राह पकड़ लेते हैं

इधर दिल्ली के प्रमुख नागरिक, राजदूत, कूटनीतिज्ञों का सरकारी भोज होता है
उधर हमारा मन भी 'आजादी का एक लड्डू' पाकर ख़ुशी से भर-भर आता है

चलो आज 'हम स्वतंत्र है और रहेंगे' यह भाव एक बार सबके मन तो आता है
जो मन में 'राष्ट्र और राष्ट्रीयता' की हलकी-सी हलचल उत्पन्न कर जाता है

आओ सभी फहरा कर तिरंगा, मिलकर गायें ये गीता न्यारा-
"इस वास्ते पंद्रह अगस्त है हमें प्यारा
आजाद हुआ आज के दिन देश हमारा"
इस दिन के लिए खून शहीदों ने दिया था
बापू ने भी इस दिन के लिए ज़हर पिया था
इस दिन के लिए नींद जवाहर ने तजी थी
नेताजी ने पोशाख सिपाही की सजी थी
गूंजा था आज देश में जय हिंद का नारा
आज़ाद हुआ आज के दिन देश हमारा
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स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं सहित
जय हिन्द! जय भारत!
... कविता रावत