2014 - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

बुधवार, 31 दिसंबर 2014

शुक्रवार, 26 दिसंबर 2014

बाबा आमटे के जन्मदिन पर एक कविता

दिसंबर 26, 2014
नर्मदा घाटी के आदिवासी मछुआरों, किसानों की आवाज बुलन्द कर नर्मदा बचाओ आन्दोलन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने वाले बाबा आमटे का जन्म 26 ...
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बुधवार, 24 दिसंबर 2014

गुरुवार, 18 दिसंबर 2014

गुरुवार, 11 दिसंबर 2014

समझदार धन-दौलत से पहले जबान पर पहरा लगाते हैं

दिसंबर 11, 2014
बैल  को  सींग और आदमी  को उसकी  जबान से  पकड़ा  जाता  है। अक्सर रात को दिया वचन सुबह तक मक्खन सा पिघल जाता है।। तूफान  के  समय की शपथें ...
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बुधवार, 26 नवंबर 2014

थकान दूर करती है योग निन्द्रा

नवंबर 26, 2014
निद्रा हमारे जीवन का एक बहुत आवश्यक कार्य है। निद्रा से हमारे शरीर तथा मन की थकावट दूर होती है, जिससे हम नये सिरे से कार्य करने के लिए...
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बुधवार, 12 नवंबर 2014

मधुमेह दिवस पर कुछ जरुरी सबक

नवंबर 12, 2014
भारतीय चिंतन सिर्फ उपदेशात्मक नहीं है। स्वस्थ जीवन के सूत्रों को व्यवहार में लाने के लिए सोलह संस्कारों की योजना की गई है, जो भारतीय समा...
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गुरुवार, 16 अक्तूबर 2014

दाढ़ी बढ़ा लेने पर सभी साधु नहीं बन जाते हैं

अक्तूबर 16, 2014
गुलाब को कुछ भी नाम दो उससे उतनी ही सुगंध आयेगी। शक्कर सफेद हो या भूरी उसमें उतनी ही मिठास रहेगी।। कभी चित्रित फूलों से ...
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गुरुवार, 28 अगस्त 2014

गणेशोत्सव

अगस्त 28, 2014
भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के बाद इन दिनों भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक दस दिन तक चलने वाले भगवान गण...
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मंगलवार, 12 अगस्त 2014

स्वतंत्रता आन्दोलन में साहित्य की भूमिका

अगस्त 12, 2014
यह सभी जानते हैं कि 15 अगस्त 1947 को हमारा देश स्वतंत्र हुआ। यह हमारे राष्ट्रीय जीवन में हर्ष और उल्लास का दिन तो है ही इसके साथ ही स्वत...
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बुधवार, 30 जुलाई 2014

कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद

जुलाई 30, 2014
          हिन्दी साहित्य की आजीवन सेवा कर हिन्दी-गद्य का रूप स्थिर करने, उपन्यास-साहित्य को मानव-जीवन से संबंधित करने एवं कहानी को साहित...
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बुधवार, 23 जुलाई 2014

शनिवार, 14 जून 2014