Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

Recent Posts

गुरुवार, 15 मई 2025

सैकड़ों गीदड़ों के लिए एक शेर ही ग़नीमत है

मई 15, 2025
मुर्गा अपने दड़बे पर बड़ा दिलेर होता है अपनी गली का कुत्ता भी शेर होता है दुष्ट लोग क्षमा नहीं वे दंड के भागी होते हैं लातों के भूत कभी ब...
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बुधवार, 14 मई 2025

मंगलवार, 13 मई 2025

बंदी राजा बनने से आजाद पंछी बनना भला

मई 13, 2025
सोने की बेड़ियां हों तो भी उसे कौन चाहता है? स्वतंत्रता स्वर्ण से अधिक मूल्यवान होता है बंदी  राजा  बनने से आजाद पंछी बनना भला जेल के मे...
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सोमवार, 12 मई 2025

शनिवार, 10 मई 2025

अब वह दिल की धड़कन कहाँ से लाऊंगा मां!

मई 10, 2025
जब-जब भी मैं तेरे पास आया तू अक्सर मिली मुझे छत के एक कोने में चटाई या फिर कुर्सी में बैठी बडे़ आराम से हुक्का गुड़गुड़ाते हुए तेरे हुक्के क...
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शुक्रवार, 9 मई 2025

जहाज डूब जाने के बाद हर कोई बचाने का उपाय जानता है

मई 09, 2025
सत्ता के सामने कभी सयानापन नहीं चलता है  जिसके हाथ बाजी उसकी बात में दम होता है कोई जंजीर सबसे कमजोर कड़ी से ज्यादा मजबूत नहीं होती है...
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बुधवार, 7 मई 2025

इने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है

मई 07, 2025
एक जगह पहुंचकर अच्छे और बुरे में बहुत कम दूरी रह जाती है इने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है ! दुष्ट   प्रवृत्त...
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मंगलवार, 6 मई 2025

दुष्ट को क्षमा नहीं डर दिखाकर बस में करना भला

मई 06, 2025
गर्म पानी से झुलसा कुत्ता ठण्डे पानी से भी डरता है चूने से मुँह जले वाले को दही देखकर डर लगता है रीछ से डरा आदमी कंबल वाले को देख डर ज...
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सोमवार, 5 मई 2025

दरिया जिधर बह निकले वही उसका रास्ता होता है

मई 05, 2025
दो काम एक साथ हाथ में लेने पर एक भी नहीं हो पाता है।  बहुत ज्यादा सोच-विचार वाला कुछ भी नहीं कर पाता  है।। जो कुछ नहीं जानता वह किसी बात ...
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शनिवार, 3 मई 2025

बुधवार, 30 अप्रैल 2025

मजदूर दिवस पर कविता। सबके करीब सबसे दूर, कितने मजबूर

अप्रैल 30, 2025
मजदूर  सबके करीब सबसे दूर कितने मजबूर  ये मजदूर! कभी बन कर कोल्हू के बैल घूमते रहे गोल-गोल ख्वाबों में रही हरी-भरी घास बंधी रही आस सपने होते...
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मंगलवार, 29 अप्रैल 2025

भगवान परशुराम जयंती विशेष

अप्रैल 29, 2025
बचपन में हम रामलीला देखने के लिए बड़े उत्सुक रहते थे। जब-जब जहाँ-कहीं भी रामलीला के बारे में सुनते वहाँ पहुंचते देर नहीं लगती। रामलीला म...
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शुक्रवार, 25 अप्रैल 2025

50-55 फीट लंबा Money Plant जिसे हम तो इसे Many Plant कहते हैं

अप्रैल 25, 2025
जब कोई परिचित, जान-पहचान या कोई नाते-रिश्तेदार हमारे घर आता है तो हमारे बगीचे के गेट और क़ुबबूल के पेड़ पर 50-55 फीट लंबे चौड़े आसमान छूते म...
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बुधवार, 23 अप्रैल 2025

लकड़ी ने हत्था दिया कुल्हाड़ी को वह उसे ही काटने चला

अप्रैल 23, 2025
सांप को चाहे जितना ढूध पिलाओ वह कभी मित्र नहीं बनेगा आग में गिरे बिच्छू को उठा लेने लें तो वह डंक ही मारेगा गड्ढे में गिरे हुए कुत्ते क...
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रविवार, 20 अप्रैल 2025

बीज वाला केला || पत्थर वाला या जंगली केला ||

अप्रैल 20, 2025
गर्मियों में तो सुबह-सबेरे घूूमना आम बात है। लेकिन जैसे ही बारिश का मौसम आता है, तो यदा-कदा ही जब मौसम थोड़ा-बहुत साफ हो तो तभी घूमना-घामना ह...
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गुरुवार, 17 अप्रैल 2025

मरियल घोड़ा भी हट्टे-कट्टे बैल से तेज दौड़ सकता है

अप्रैल 17, 2025
शत्रु की मुस्कुराहट से मित्र की तनी हुई भौंहे अच्छी होती है मूर्ख के साथ लड़ाई करने से उसकी चापलूसी भली होती है किसी कानून से अधिक उसके उल्लं...
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मंगलवार, 15 अप्रैल 2025

अभिमान ऐसा फूल जो शैतान की बगिया में उगता है

अप्रैल 15, 2025
जहाँ उत्कृष्टता पाई जाती है वहाँ अभिमान आ जाता है। अभिमान आदमी की अपनी त्रुटियों का मुखौटा होता है।। बन्दर के हाथ हल्दी की गांठ लगी वह पंस...
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रविवार, 13 अप्रैल 2025

बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयंती विशेष।

अप्रैल 13, 2025
डाॅ. भीमराव आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले के अम्बावड़े गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम श्रीरामजी सकवाल...
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