2022 - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

सोमवार, 26 दिसंबर 2022

लोकोक्तियों की कविता : भूमिका - डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’

दिसंबर 26, 2022
लोकोक्तियों से कविता की रचना करना एक दुष्कर कार्य होता है :   डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’ ***** अपने चौहत्तर साल के जीवन में मैंने यह देखा...
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गुरुवार, 22 दिसंबर 2022

शनिवार, 17 दिसंबर 2022

गुरुवार, 8 दिसंबर 2022

तुम हां तुम

दिसंबर 08, 2022
तुम हां तुम हो... तुम हां तुम हमारे सपनों में आने वाले तुम हां तुम तुम ही हो चांद तुम ही हो सितारे तुम जो मुस्कुरा दो तो खुशियां भर द...
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शनिवार, 3 दिसंबर 2022

भोपाल गैस त्रासदी की याद

दिसंबर 03, 2022
आज वर्ष 1984 में भोपाल में हुई विश्व की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदी की 38वीं बरसी है। इस त्रासदी में हज़ारोँ की संख्या में जान गँवाने वाले मृत...
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बुधवार, 30 नवंबर 2022

ये तेरा पैसा-मेरा पैसा

नवंबर 30, 2022
ये तेरा पैसा-मेरा पैसा तेरा पैसा-मेरा पैसा सारे जग को चलाता पैसा  सारे काम कराये पैसा  सारे काम बिगाड़े पैसा  कमर तोड़ मेहनत करवाता  यहाँ से व...
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गुरुवार, 17 नवंबर 2022

शुक्रवार, 11 नवंबर 2022

राष्ट्रीय शिक्षा दिवस। भारत रत्न मौलाना अबुल कलाम आजाद की जयंती विशेष

नवंबर 11, 2022
         हमारे देश में 11 सितंबर 2008 को केन्द्र सरकार द्वारा देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, विद्वान और प्रख्यात शिक्षाविद् अबुल कलाम आजाद क...
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गुरुवार, 3 नवंबर 2022

इंटरनेट के बिना एक दिन

नवंबर 03, 2022
इंटरनेट से पहले जब दूरभाष या टेलीफोन का आविष्कार हुआ तो यह मानवीय जीवन के लिए एक उपयोगी वरदान था। क्योँकि तब यह दूर देश-परदेश में रहने वाले ...
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रविवार, 30 अक्तूबर 2022

मंगलवार, 18 अक्तूबर 2022

एक मेरा ख़्वाब है जो बदलता भी नहीं है

अक्तूबर 18, 2022
जो तेरे घर से निकलता भी नहीं है वो मेरी दहलीज़ पे चढ़ता भी नहीं है कहते हैं लोग मेरे सीने में मौजूद है मेरी मर्जी से मगर ये धड़कता भी नहीं है म...
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रविवार, 2 अक्तूबर 2022

लाल बहादुर शास्त्री जयंती पर एक कविता

अक्तूबर 02, 2022
छोटा सा तन हिया हिमालय,लाल बहादुर लाल का छोटी काया, दूर गांव था, पैदल आते-जाते थे। सावन-भादौ नदी पार कर, प्रतिदिन पढ़ने जाते थे।। भारी बस्ता...
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शुक्रवार, 2 सितंबर 2022

शहर का मोहजाल

सितंबर 02, 2022
दीपक का एक सहपाठी  नन्दू गांव से आठवीं पास करके अपने एक रिश्तेदार के साथ मुम्बई चला गया था। दो वर्ष के बाद जब वह गांव वापस आया तो उसे देखकर ...
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बुधवार, 31 अगस्त 2022

मेरे शिवा के इको-फ्रेंडली गणेश

अगस्त 31, 2022
बच्चे जब बहुत छोटे होते हैं, तो उनकी अपनी एक अलग ही दुनिया होती है। उनके अपने-अपने खेल-खिलौनें होते हैं, जिनमें वे दुनियादारी के तमाम झम...
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मंगलवार, 2 अगस्त 2022

राजकुमार- तू अपने और मैं अपने घर का (व्यंग्य कहानी )

अगस्त 02, 2022
कड़ाकी की सर्दी का मौसम था। घनी पहाड़ियों के बीच बसी सपेरों की बस्ती में एक कच्चे मकान में बाबा दीनानाथ अपने बेटे-बहू और इकलौते पोता और उसके ए...
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