ये तेरा पैसा-मेरा पैसा
तेरा पैसा-मेरा पैसा
सारे जग को चलाता पैसा
सारे काम कराये पैसा
सारे काम बिगाड़े पैसा
कमर तोड़ मेहनत करवाता
यहाँ से वहां ये खूब घूमता
सबको नाच नचाये पैसा
ये तेरा ...................
नाते रिश्ते इसके पीछे
सबसे आगे रहता पैसा
खूब हँसाता खूब रूलाता
पानी से बह जाता पैसा
ये तेरा ...................
अपने इससे दूर हो जाते
दूजे इसके पास आ जाते
दूरपास का ये खेल सारा
सबको खेल खिलाये ये पैसा
ये तेरा ...............
बना के काम घर लौटे
खुश होकर चादर ओढ़े
पर बिगाड़ा काम किसी ने
देकर ये पैसा
पकड़ के सर हम सोचते रह गए
किसने काम बिगाड़ा ये ऐसा
ये तेरा ........................
जब घुटन आपस में
क्या तेरा-मेरा
पैसा जुबां पे सांझ-सबेरा
चलती लेन देन है खटपट
भाड़ में जाता सबकुछ सरपट
नाता जग से न रहा अब पहले जैसा
ये तेरा ............................
जब जाता बंदा छोड़ के दुनिया
तब कैसा ये पैसा
तब क्या तेरा पैसा
क्या मेरा पैसा-पैसा
ऐसा कैसा है ये पैसा
लालच की इस होड़ में देखो
अंधा हो गया इंसां कैसा
एक जगह यह टिक नहीं पाता
कोई नहीं है इसके जैसा
ये तेरा ................Poet- Kavita Rawat Singers- ZankyR, Happy music editor- bandlab Edited by VideoGuru:https://videoguru.page.link/Best
आज हमारी विवाह की 27वीं वर्षगांठ पर मेरे बेटे ने गाने के रूप में प्रस्तुत कर हमें उपहार स्वरुप भेंट किया है।
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