सितंबर 2017 - KAVITA RAWAT
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

शनिवार, 9 सितंबर 2017

एक उम्मीद जरूरी है जीने के लिए

सितंबर 09, 2017
एक उम्मीद जिसकी नाउम्मीदी पर उठती है मन में खीज, झुंझलाहट निराश मन कोसता बार-बार उम्मीद उनसे जो खुद उम्मीद में जीते-पलते हैं उम्मीद...
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