सितंबर 2017 - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

शनिवार, 9 सितंबर 2017

एक उम्मीद जरूरी है जीने के लिए

सितंबर 09, 2017 14
एक उम्मीद जिसकी नाउम्मीदी पर उठती है मन में खीज, झुंझलाहट निराश मन कोसता बार-बार उम्मीद उनसे जो खुद उम्मीद में जीते-पलते हैं उम्मीद...
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