एक उम्मीद जरूरी है जीने के लिए - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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शनिवार, 9 सितंबर 2017

एक उम्मीद जरूरी है जीने के लिए

एक उम्मीद
जिसकी नाउम्मीदी पर
उठती है मन में खीज, झुंझलाहट
निराश मन कोसता बार-बार
उम्मीद उनसे जो खुद
उम्मीद में जीते-पलते हैं
उम्मीद उनसे लगा बैठते हैं
परिणाम वही पश्चाताप
दफ़न होती उम्मीदें
जहाँ से जुड़ने की उम्मीद
वहीं से टूटता मन
सुनता कौन है बात उनकी
जो दबा वक्त के क्रूर पंजों में
सुनाने को बहुतेरे मिलते हैं
मगर अपने कितने होते हैं?
इस स्वार्थभरी दुनिया में
अक्सर जहाँ आदमी हो जाता है
अपनों की ही भीड़ में
सबसे अलग-थलग
सोचो, फिर आसान कहाँ
उसके लिए जीना?
बावजूद इसके
एक उम्मीद की किरण
सदा जीवित रहती है
मन के किसी कोने में
जो जरूरी है जीने के लिए
......कविता रावत