
तूफान और बादलों से भी नहीं झुकेगा
नहीं झुकेगा, नहीं झुकेगा, झंडा नहीं झुकेगा
हिन्द देश का प्यारा ..........................
केसरिया बल भरने वाला सदा है सच्चाई
हरा रंग है हरी हमारी धरती है अँगड़ाई
कहता है यह चक्र हमारा कदम कभी नहीं रुकेगा
हिहिन्द देश का प्यारा ..........................
शान नहीं ये झंडा है ये अरमान हमारा
ये बल पौरुष है सदियों का ये बलिदान हमारा
आसमान में फहराए या सागर में लहराए
जहाँ-जहाँ ये झंडा जाए यह सन्देश सुनाए
है आज़ाद हिन्द ये दुनिया को आज़ाद करेगा
हिन्द देश का प्यारा ..........................
नहीं चाहते हम दुनिया को अपना दास बनाना
नहीं चाहते हम औरों के मुँह की रोटी खा जाना
सत्य न्याय के लिए हमारा लहू सदा बहेगा
हिन्द देश का प्यारा ..........................
हम कितने सुख सपने लेकर इसको फहराते हैं
इस झंडे पर मर मिटने की कसम सभी खाते हैं
हिन्द देश का यह झंडा घर-घर में लहराएगा
हिन्द देश का प्यारा ..........................
- अज्ञात
देश भक्ति से ओतप्रोत अच्छी रचना।
ReplyDeleteजहाँ-जहाँ ये झंडा जाए यह सन्देश सुनाए
ReplyDeleteहै आज़ाद हिन्द ये दुनिया को आज़ाद करेगा
हिन्द देश का प्यारा ........................
jai hind
केसरिया बल भरने वाला सदा है सच्चाई
ReplyDeleteहरा रंग है हरी हमारी धरती है अँगड़ाई
कहता है यह चक्र हमारा कदम कभी नहीं रुकेगा
हिन्द देश का प्यारा ..........................
सुन्दर ध्वज गान
ReplyDeleteजय हिन्द जय भारत
सारे जहाँ से अच्छा हिंदोस्ता हमारा
ReplyDeleteहम कितने सुख सपने लेकर इसको फहराते हैं
ReplyDeleteइस झंडे पर मर मिटने की कसम सभी खाते हैं
हिन्द देश का यह झंडा घर-घर में लहराएगा
...बहुत सुंदर, जय हिन्द...
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (15-08-2015) को "राष्ट्रभक्ति - देशभक्ति का दिन है पन्द्रह अगस्त" (चर्चा अंक-2068) पर भी होगी।
ReplyDelete--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
स्वतन्त्रतादिवस की पूर्वसंध्या पर
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
देशभक्ति के रस से सराबोर सुंदर गीत. शुभकामनायें स्वतंत्रता दिवस पर.
ReplyDeleteदेश भक्ति का सुंदर गीत । स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाय।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना1 कल भी आयी थी तभी कम्प्यूटर मे प्राब्लम आ गयी1
ReplyDeleteसुंदर गीत! शुभकामनाएं स्वतंत्रता दिवस के निमित्त!
ReplyDeleteसुंदर गीत! शुभकामनाएं स्वतंत्रता दिवस के निमित्त!
ReplyDeleteHAPPY INDEPENDENCE DAY
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक रचना प्रस्तुतिकरण के लिए आभार..
मेरे ब्लॉग की नई पोस्ट पर आपका इंतजार...
बहुत सटीक और प्रभावी अभिव्यक्ति. आज़ादी का दिन मुबारक
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना .
ReplyDeleteहिंदीकुंज.कॉम
बहुत सुन्दर रचना, देशप्रेम से सराबोर. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteआप की लिखी ये रचना....
ReplyDelete16/08/2015 को लिंक की जाएगी...
http://www.halchalwith5links.blogspot.com पर....
बहुत सुन्दर शब्द रचना.....स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
देश भक्ति के भावों से सराबोर बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति...जय हिन्द
ReplyDeleteदेश-प्रेम से ओतप्रोत अभिनव ध्वज-गान ।
ReplyDeleteशुभकामनाएं ।
झंडे के माध्यम से पूरे देश की संस्कृति का ढांचा खडा कर दिया आपने ... अपने महान देश की परम्पराएँ, विचार इस झंडे में हो तो समाये हैं ...
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब गीत है ... दिल को छूता हुआ ... गर्व का एहसास कराता ...
, देशप्रेम से सराबोर
ReplyDeleteवाह बेहतरीन रचनाओं का संगम।एक से बढ़कर एक प्रस्तुति।
ReplyDeleteओ माई मेरी क्या फ़िक्र तुझे
'top job gyan'very good information friend's ,apki post bhahut achhi lagi thanku friend'naukari jobs'
ReplyDeleteBahut sundar
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