
उठिए - जल्दी घर के सारे, घर में होंगे पौबारे
लगाइए - सवेरे मंजन, रात को अंजन
नहाइए - पहले सिर, हाथ-पैर फिर
पीजिए - दूध खड़े होकर, दवा-पानी बैठकर
खिलाइए - आए को रोटी, चाहे पतली हो या मोटी
पिलाइए - प्यासे को पानी, चाहे कुछ होवे हानि
छोडि़ए - अमूचर की खटाई, रोज की मिठाई
कीजिए - आये का मान, जाते का सम्मान
जाइए - दुःख में पहले, सुख में पीछे
बोलिए - कम से कम, दिखाओ ज्यादा दम
देखिए - माँ का ममत्व, पत्नी का धर्म
भगाइए - मन के डर को, बूढे़ वर को
खाइए - दाल-रोटी-चटनी, कितनी भी कमाई हो अपनी
धोइए - दिल की कालिख को, कुटुम्ब के दाग को
सोचिए - एकांत में, करो सबके सामने
चलिए - अगाड़ी, ध्यान रहे पिछाड़ी
बोलिए - जुबान संभालकर, थोड़ा बहुत पहचानकर
सुनिए - पहले पराये की, फिर अपनों की
रखिए - याद कर्ज चुकाने की, मर्ज को मिटाने की
भूलिए - अपनी बड़ाई को, दूसरे की भलाई को
छिपाइए - उम्र और कमाई, चाहे पूछे सगा भाई
लीजिए - जिम्मेदारी उतनी, संभाल सको जितनी
रखिए - चीज़ जगह पर, जो मिले समय पर
वाह,बढ़िया सीख !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया...नववर्ष की बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteएक से बढ़कर एक सबक ...
ReplyDeleteनए साल की हार्दिक बधाई!
नव वर्ष पे इतना सब कुछ ...
ReplyDeleteआपको और परिवार में सभी को नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
बहुत सुन्दर शब्द जाल। आपको भी हार्दिक शुभकामनाये , कविता जी !
ReplyDeleteवाह ! सुन्दर सीख - विचार .आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
ReplyDeleteनए साल के लिए सुन्दर सबक ...
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ...
बहुत बढ़िया सीख ......
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक बधाई !
वाह! बड़े जरुरी सबक ....
ReplyDeleteनया साल मुबारक हो!!!!
अच्छे टिप्स दिए आपने नए साल के लिए ................................
ReplyDeleteआपको और परिवार के सभी लोगों को नव वर्ष की लख लख हार्दिक बधाइयां...
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक चर्चा मंच पर वर्ष २०१५ की प्रथम चर्चा में दिया गया है
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
आपको नव वर्ष 2015 सपरिवार शुभ एवं मंगलमय हो।
ReplyDeleteकल 01/जनवरी/2015 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद !
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteजो दर्द भरा था बीत गया उसको क्यों याद किया जाए
सचमुच त्यौहार ही जीवन है ये त्यौहार जिया जाए
जाने वाला वश में न था आने वाला तो वश में हो
है नया वर्ष आने वाला सबको सुख और प्रेम दिया जाए
................आने वाले वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !
बहुत सुन्दर सीख |नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं |
ReplyDelete: नव वर्ष २०१५
सुन्दर सीख आपको भी नववर्ष की बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteनववर्ष पर नयी सीख। ऩव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteनए साल की नयी सीख......
ReplyDeleteनव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ...
नव वर्ष मंगलमय हो!
ReplyDeleteबहुत बढ़िया। आपको भी अनेको शुभकामनाएं।
ReplyDeleteसार्थक प्रस्तुति।
ReplyDelete--
नव वर्ष-2015 आपके जीवन में
ढेर सारी खुशियों के लेकर आये
इसी कामना के साथ...
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
सुंदर और उपयोगी सबक....सुख-शान्ति, समृद्धि, प्रसन्नता, सफ़लता एवं आरोग्य की मंगलकामनाओं के साथ नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें!!!
ReplyDeleteआपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
ReplyDeleteअच्छा सबक दिया है आपने .
ReplyDeleteनववर्ष की बधाई.
पूरा साल निकल जाएगा इनको साधने में कविता जी!!
ReplyDeleteबहुत अच्छे!!
नव वर्ष शुभ हो ।
ReplyDeleteअच्छा सबक दिया आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सीख...शुभकामनाएं!
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर, आपको सपरिवार नव वर्ष की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत सुन्दर आदरणीया कविता जी! साभार!
ReplyDeleteधरती की गोद