31 जनवरी 2015 को समाचार पत्र पत्रिका के साप्ताहिक परिशिष्ट me.next के नियमित स्तंभ web blog में मेरे ब्लॉग के बारे में लिखा था, जिसे इसी दिन नगरपालिका के चुनाव में ड्यूटी लगने के कारण रात्रि 10 बजे पढ़ने का मौका मिला, जिसे पढ़कर मन को बहुत अच्छा लगा। 31 जनवरी 2015 को मुझे चुनाव ड्यूटी का पहला अनुभव प्राप्त हुआ, इस विषय में जल्दी ही अगली पोस्ट लिखूँगी तब तक के लिए पत्रिका द्वारा प्रकाशित लेख की कतरन सादर प्रस्तुत है .....
Monday, February 2, 2015

संवेदनाओं का सामाजिक मंच : ब्लॉग चर्चा
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About Kavita Rawat
पत्रिका में ब्लॉग चर्चा
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मैं शैल-शिला, नदिका, पुण्यस्थल, देवभूमि उत्तराखंड की संतति, प्रकृति की धरोहर ताल-तलैयों, शैल-शिखरों की सुरम्य नगरी भोपाल मध्यप्रदेश में निवासरत हूँ। मैंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग, भोपाल में कर्मरत हूँ। भोपाल गैस त्रासदी की मार झेलने वाले हजारों में से एक हूँ। ऐसी विषम परिस्थितियों में मेरे अंदर उमड़ी संवेदना से लेखन की शुरुआत हुई, शायद इसीलिए मैं आज आम आदमी के दुःख-दर्द, ख़ुशी-गम को अपने करीब ही पाती हूँ, जैसे वे मेरे अपने ही हैं। ब्लॉग मेरे लिए एक ऐसा सामाजिक मंच है जहाँ मैं अपने आपको एक विश्वव्यापी परिवार के सदस्य के रूप में देख पा रही हूँ, जिस पर अपने मन/दिल में उमड़ते-घुमड़ते खट्टे-मीठे, अनुभवों व विचारों को बांट पाने में समर्थ हो पा रही हूँ।

बहुत बहुत बधाई।
ReplyDeleteआपको बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएँ कविता जी ।
ReplyDeleteआपका लेखन प्रभावपूर्ण है....
ReplyDeleteपत्रिका ने आपके ब्लॉग के बारे में बहुत अच्छा लिखा....
प्रकाशन पर हार्दिक बधाई!
ख़ुशी हुई...हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत बधाई आप को ....शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत-बहुत आपको बधाई हो . आप को जान कर ख़ुशी होगी की मेरे भी दो लेख दैनिक भास्कर के पटना एडिशन के db स्टार में 22/12/2014 और 12 जनवरी 2015 को छपे है , मुझे तो आज पता चला वो भी गूगल पर सर्च करने के बाद ... मेरे पास तो असली प्रिंटिंग अखबार भी नहीं है लेकिन ई-पेपर के लिंक अभी भी ऑनलाइन मौजूद है . . . इन दोनों के लिंक यह है 22 दिसम्बर को छपे लेख का लिंक यह है. और 12 जनवरी 2015 को छपे लेख का लिंक यह है . आप भी देखे. मुझे पता है की अखबार में लेख छपने की ख़ुशी का क्या अहसास होता है क्योंकि वह ख़ुशी आज मैं भी महसूस कर रहा हूँ. आपको बहुत-बहुत बधाई हो और आपको तहे दिल से हार्दिक शुभकामनाये....
ReplyDeleteआपको बहुत बहुत बधाई !
ReplyDeleteगोस्वामी तुलसीदास
बहुत-बहुत बधाई!
ReplyDeleteहार्दिक बधाई!
ReplyDeleteवाह...बधाइयां.
ReplyDeleteCongratulation!
ReplyDeleteबहुत - बहुत बधाई। सादर।।
ReplyDeleteनई कड़ियाँ :- नेत्रहीनों की भाषा (ब्रेल लिपि) का जनक - लुईस ब्रेल
समर्पित योद्धा कवि का अवसान - डॉ. रवींद्र चतुर्वेदी (पंडित माखनलाल चतुर्वेदी जी की पुण्यतिथि पर विशेष)
बहुत-बहुत बधाई !
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई कविता जी
ReplyDeleteबधाई , आपका ब्लॉग यकीनन पठनीय है ।
ReplyDeleteबहुत बधाई आप को ....शुभकामनाएँ इसी प्रकार आपकी कहानियाँ समाचार-पत्र व पत्रिका में प्रकाशित होती रहें
ReplyDeletehttp://savanxxx.blogspot.in
बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteमेरी तरफ से बधाई स्वीकार करे...
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर आप सभी लोगो का हार्दिक स्वागत है.
कविता जी, बहुत-बहुत बधाई हो आपको. मैंने पत्रिका में उसी दिन सुबह ये लेख पढ़ लिया था. मुझे बहुत प्रसन्नता हुई कि मैं जिस ब्लॉग को पढ़ रहा हूँ वो अब Popular हो रहा है.
ReplyDeleteबहुत-बहुत बधाई!
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