
मेरे ख्याल बदल गए
जीने से बेजार था दिल
तुम बहार बन के आ गए
ख़ुशी होती है क्या जिंदगी में
न थी इसकी खबर मन को
जब से तुम मिले प्यार से
लगता पा लिया गगन को
सूनी फुलवारी में तुम
तुम बहार बन के आ गए
जब से मिले तुम मुझको
मेरे ख्याल बदल गए
दिल की बस्ती में राज तेरा
तुम मुस्कान बन होंठों पर छाए
जब से मिले तुम मुझको
मेरे ख्याल बदल गए
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आज वैवाहिक जीवन की 21वीं वर्षगांठ है तो सोचा कुछ लिखती चलूँ .. ऐसे में प्रेम पातियाँ बड़े काम आती हैं ......कविता रावत
20 टिप्पणियां:
क्या बात है!
इस तरह से हि दिन महीने साल गुजरते..
शादी के सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं। प्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति।
शादी के सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं।
दिल की बस्ती में राज तेरा
तुम मुस्कान बन होंठों पर छाए
जब से मिले तुम मुझको
मेरे ख्याल बदल गए
बेहतरीन शब्द कविता जी ! और हाँ , विवाह संस्कार की वर्षगाँठ पर आपको अनंत शुभकामनाएं
सालगिरह की शुभ कामनाएँ
सादर
शानदार ...
शादी की वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं..
बधाई, शुभकामनाएं ।
बहुत-बहुत बधाई आपको.
वैवाहिक वर्षगांठ पर अनंत शुभकामनाएं !
बहुत ही बढ़िया आर्टिकल है "कविता जी" ... Thanks for this article!! :) :)
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा आज शुक्रवार (02-12-2016) के चर्चा मंच "
सुखद भविष्य की प्रतीक्षा में दुःखद वर्तमान (चर्चा अंक-2544)
" (चर्चा अंक-2542) पर भी होगी!
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
ढ़ेरों शुभकामनाओं के संग बधाई
ढेरों शुभकामनाएं परिवार को ।
साल-गिरह पर हार्दिक शुभकामनाएं....खूबसूरत रचना!!!
शादी के सालगिरह की हार्दिक शुभकामनाएं...बहुत अच्छा लिखा है।
सुन्दर प्रस्तुति
शुभकामनाएं
सुखमय वैवाहिक जीवन की 21 वर्षगांठ पर आपको बहुत—बहुत बधाई...
प्रेम जब भी लिखो बाहर ले ही आता है ... बहुत बहुत बधाई २१ वर्ष पूरे होने पर ...
शादी की सालगिरह की हार्दिक बधाइयाँ..
शुभकामनाएँ ।
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