क्या रखा है जागने में। सोओ। World Sleep Day Special सोओ - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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शुक्रवार, 15 मार्च 2024

क्या रखा है जागने में। सोओ। World Sleep Day Special सोओ


जो जागत है वो खोवत है
जो सोवत है वो पावत है

सोओ-सोओ सोते सोते ही
नित नए सपने बोओ
सो सोकर ही तुम नित
मन में रामनाम को लाओ
सो सोकर मजे उडाओ
भला क्या रखा है भजने में
वो मजा कहाँ जगने में
जो मजा है चैन से सोने में

करो रतजगा जाओ दफ़्तर
जाकर कुछ फाईल टटोलो
जब नींद का आए झौंका
बैठ बैठ झपकी ले लो
अब भला कौन सगा है
इन फाईलों के पन्ने में
वो मजा कहाँ इन्‍हें पलटने में
जो मजा है झपकने में !

इधर-उधर बेमतलब जाना छोड़ो
सीधे घर नित अपने दौड़ो
छोड़ आपस की चिकचिक
चादर तान के घर में सोओ
भला क्या बनता है इस कदर
हरदिन यहां वहां भटकने में
वो मजा कहाँ चप्‍पल चटकाने में
जो मजा है नित खर्राने में !

सबसे सदा मिलजुल रहा करो
ज्यादा ऊंची मत दिया करो
गप्पें मारो जब न आये निंदिया
आते ही निदिंया तुरंत सो जाओ
अब भला क्या होता गप्पियाने से
वो मजा कहाँ गप्पियाने में
जो मजा है नींद में बड़बड़ाने में!
        
           @ Kavita Rawat