असहाय वेदना - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

सोमवार, 7 दिसंबर 2015

14 टिप्‍पणियां:

बेनामी ने कहा…

बधाई

Pammi singh'tripti' ने कहा…

सुंंदर

Manoj Kumar ने कहा…

बधाई

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

बधाई कविता जी ......

Yogi Saraswat ने कहा…

सुन्दर शब्द को उचित स्थान और सम्मान प्राप्त होता है तो ख़ुशी होती है ! बधाई आपको कविता जी

वन्दना अवस्थी दुबे ने कहा…

waah.... badhaaiyan

vijay ने कहा…

बहुत सुन्दर .........हार्दिक बधाई!

Asha Joglekar ने कहा…

मन को बींध गयी ये कविता।

Unknown ने कहा…

गहरी संवेदना ......सुन्दर रचना

Dr (Miss) Sharad Singh ने कहा…

गहन सम्वेदनायुक्त सुन्दर रचना ...बधाई कविता जी !

सदा ने कहा…

Waaaah bht bht badhaiii

Hari Shanker Rarhi ने कहा…

sensitive poem. Thanks for visiting my blog.

प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' ने कहा…

सुन्दर कविता...प्रकाशन के लिए बधाई....

Udan Tashtari ने कहा…

बधाई!!