इन दिनों हमारे मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा 12 मार्च से 21 मार्च तक चलने वाले दिव्य कला मेला का आयोजन किया गया है। जहाँ हमें देश के १९ राज्योँ से १०८ से अधिक दिव्यांग कारीगर, कलाकार और उद्यमियों द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों और कौशल का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। इसमें नेशनल एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड द्वारा प्रशिक्षित ब्लाइंड महिलाओं द्वारा कई आकर्षक प्रोडक्ट्स जैसे- ज्वेलरी, वॉल हैंगिंग, पेन होल्डर के साथ कई साज सजावट की सामग्री के भी स्टॉल लगाए गए हैं।
इस मेले को आकर्षक और इसकी रौनक बढ़ाने के हर दिन शाम को यहाँ गीत-संगीत का भी आयोजन होता है, जहाँ लोग भरपूर आनंद उठाते नज़र आते हैं। यहाँ दिन भर का थका हरा मन कैसे तरोताजगी के भर जाता है, इसका अहसास हर किसी को मेले के गेट से प्रवेश करते ही होने लगता है, जब पारम्परिक वाद्य यंत्रों की सुरीली तान के साथ आधुनिक गीत-संगीत के स्वर उनके कानों में गूँज उठते हैं।
आइए! पहले आप हमारे साथ इस दिव्य कला मेले को सुखद अनुभव करते चलें और फिर स्वयं मेला जाकर दिव्यांग कलाकारों, कारीगरोँ के बनाये प्रोडक्ट देख-खरीदकर उन्हें प्रोत्साहित करें।
...कविता रावत