अँधियारा मिटाने आया दीपपर्व
फैले उजियारा हर घर आँगन ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
गाँव-शहर में फैले खुशहाली
दु:खिया के घर भी मने दीवाली

ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
ऊँच-नीच, जात-पात खाई पाटकर
सदभाव, समभाव प्रकाश फैलायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
न हो कोई अपने घर में बेघर
बड़े-बुजुर्गों से न रहे कोई बेखबर
रखे ख्याल कोई दिल न दु:खायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
कर अहंकार, प्रपंच, स्वार्थ दमन
फिर रामराज सा करें नव-सृजन
मिटा अनाचार,भ्रष्टता, निकृष्टता
सर्वहित संकल्प दीपोत्सव मनायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
सबको दीपपर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ
..कविता रावत
आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामाएं ...
ReplyDeleteउंच-नीच की खाई पाटकर
ReplyDeleteजात-पात का बंधन मिटाकर
सदभाव संभव प्रकाश फैलाएं ..
वाह ..
बहुत अच्छा सन्देश देती शुभकामना...
आपको और आपके परिवार को दिवाली की शुभकामनाएं ....
मेरे ब्लॉग पर इस बार संगीता जी की रचना..
सुनहरी यादें :-३ ...
दिपावली की हार्दिक शुभकामना !
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामाएं!!!
ReplyDeletedeepawali ki jagmag karti hui subhkamnayen.......:)
ReplyDeleteसुन्दर!
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामना!
दीपावली पर बेहतरीन तरीके से सजी हुई पोस्ट.....दीपावली के शुभ अवसर पर आपको भी सपरिवार हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteBahut sundar bhavnayen ...aap ko saparivar Deepawali ki haardik shubh kaamnayen..
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दीपावली की ढेरों शुभकामनायें !
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनायें कविता जी !!
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाये.
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमोती सा त्यौहार दिवाली
ReplyDeleteज्योति का त्यौहार दिवाली
दीप जलें ,जगमग जगमग
रोशन हर घर में खुशहाली
यही कामना सच हों सपने
रहे न कोई पुलाव ख्याली
चकाचौंध में, भूल न जाना
कुछ रातें हैं, अब भी काली
खाएं छककर आप मिठाई
याद करें, उत्साही भोपाली
0राजेश उत्साही
Aapko Deepavali ki hardik subhkamnai.
ReplyDeleteकविता जी...आपको भी इस पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ!मिटे दुःखों का अंधेरा औरफैले खुशियों की उजियाली!! शुभ दीपावली!!!
ReplyDeleteआपको को दीपावली की हार्दिक शुभकामाएं
ReplyDeleteबहुत सुंदर सन्देश देती रचना साझा की..... आभार ..... दिवाली की शुभकामनायें आपको भी
ReplyDeleteपूरे परिवार को मेरी ओर से बहुत बहुत शुभकामनायें इस पावन पर्व की !
ReplyDeleteधन्यवाद !
राम त्यागी
कविता जी
ReplyDeleteइस रचना के माध्यम से आपने सुंदर सन्देश देने का प्रयास किया है ,
दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें .
बहुत सुन्दर सार्थक सन्देश देती रचना के लिये बधाई। आपको व परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteसामाजिक सरोकार को उजागर करती एक प्रेरक कविता!!दीवाली की शुभकामनाएँ!!
ReplyDeleteभावपूर्ण कविता........... रामराज की कल्पना अच्छी है........ काश! ऐसा हो पाता.
ReplyDeleteआपको भी दीपवाली की हार्दिक शुभकानाएं.....सादर
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार के सभी सदस्यों को दीपावली पर्व की ढेरों मंगलकामनाएँ!
ReplyDeleteप्रदूषण मुक्त दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeletedeepostav par achhi kalpana,
ReplyDeleteleking kya sirf kalpana aur meethe shabd hi kaafi hai sansar ko sundar banane ke liye ya hume kuch aur bhi karna chahiye es aarthik aur jaatiwaad ko mitane ke liye jiske aaj khud hum bhi bhaagidar hai ?????
Deepawali ki shubhkamnao sahit
Prabhat
आप को सपरिवार दीपावली मंगलमय एवं शुभ हो!
ReplyDeleteमैं आपके -शारीरिक स्वास्थ्य तथा खुशहाली की कामना करता हूँ
यश वैभव सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये,लाये सुख - समृद्धि.
आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
हवाओ के हाथ अरमान भेजा हे ,
ReplyDeleteनेटवर्क के जरिये पैगाम भेजा हे ,
फुर्सत मिले तो कबूल करना ,
रियासत -ऐ - छोटी - खाटू के शहजादे ने दीपावली का सलाम भेजा हे .
चिरागों से चिरागों में रोशनी भर दो,
ReplyDeleteहरेक के जीवन में हंसी-ख़ुशी भर दो।
अबके दीवाली पर हो रौशन जहां सारा
प्रेम-सद्भाव से सबकी ज़िन्दगी भर दो॥
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई!
सादर,
मनोज कुमार
आपको व आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें. .....
ReplyDeleteदीपावली की असीम-अनन्त शुभकामनायें.
ReplyDeleteaapne deepawaii kee badhaaee ke sath sath jo sandesh diye hain ... we bahut hee mahtwpoorn hain.... दीप जलें/हर घर में/सितारों सी/ जगमगाए धरती
ReplyDeleteमिले अनुकम्पा/माँ लक्ष्मी की/ पूर्ण हो मुरादें/ हम सबकी |
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें ... ...
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दिवाली की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeletekavita ji bahut hi sundar v prabhav-shali prastuti.
ReplyDeleteaapki kavita bhai chaare ke sndesh ke saath
bahut kuchh kahti hai.
उंच-नीच की खाई पाटकर
जात-पात का बंधन मिटाकर
सदभाव संभव प्रकाश फैलाएं
bahut hi umda
poonam
Aap jahan bhi rahen abad rahen,
ReplyDeletevaibhav sukh- shanti sath rahe,
Punit hriday se kahata hun,
Jag ki khushiyan pas rahen.
Special thanks for emotionalpost on your blog
कविता जी ,
ReplyDeleteपढने में .. काफी मशक्कत करनी पड़ी पर आखिर कामयाबी मिल ही गई ....
तो चलिए मिल कर दीप जलाएं ....
शुभकामनाएं .....
न हो कोई अपने घर में बेघर
ReplyDeleteबड़े-बुजुर्गों से न रहे कोई बेखबर
रखे ख्याल कोई दिल न दु:खायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें ...
बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना है ... दीपों के त्यौहार की बहुत बहुत मंगल कामनाएं ....
5/10
ReplyDeleteगाँव-शहर में फैले खुशहाली
दु:खिया के घर भी मने दीवाली ...
...ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
सुन्दर सन्देश देती भावपूर्ण कविता
कर अहंकार, प्रपंच, स्वार्थ दमन
ReplyDeleteफिर रामराज सा करें नव-सृजन
मिटा अनाचार,भ्रष्टता, निकृष्टता
सर्वहित संकल्प दीपोत्सव मनायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
....सुन्दर सन्देश देती भावपूर्ण कविता ...शुभकामनाएं .....
गाँव-शहर में फैले खुशहाली
ReplyDeleteदु:खिया के घर भी मने दीवाली
मुरझाये चेहरों पर खुशियाँ लायें
ऐसा मिलकर कोई दीप जलायें!
..बहुत सुन्दर सन्देश देती रचना है ... दीपों के त्यौहार की बहुत बहुत मंगल कामनाएं ..
बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ...भावमय प्रस्तुति
ReplyDeleteप्रकाश पर्व की शुभकामनायें ।
कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैंने आपका संदेश देर से पढ़ा क्योंकि जिन मूल्यों की बात आपने की है,वे शाश्वत हैं।
ReplyDeleteदीपावली पर इस जगमग करते दीप सरीखे गीत के लिए बधाई....
ReplyDeleteनीरज
वाह कविता जी क्या लिखती है आप, हम तो आपकी कविता को देखते ही रह गए |
ReplyDeleteएक बात बताये , मेरी बात का बुरा नहीं मानना , आपका प्रोफ़ेस्सिओनल क्या है |
क्या आप कवि है ||||||||
खैर जो भी हो मगर लिख्तेव बहुत अच्छे हो |||||
कोई कविता अपने उत्तराखंड पर भी लिखा करो हमे अच्छा लगेगा ||||||
आपका दोस्त
चौहान .................
और आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक सुभकामनाएँ
ReplyDeletenice blog mam...........
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