मेरी बहिना जाएगी स्कूल! - Kavita Rawat Blog, Kahani, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

रविवार, 7 अप्रैल 2013

मेरी बहिना जाएगी स्कूल!















माँ जी देखो बाबा देखो 
बहिना मेरी रट लगाती है।
'मैं भी स्कूल चलूँगी भैय्या'
खींचकर बस्ता कहती है।।

जाकर बाजार से जल्दी 
एक स्लेट-बत्ती ला दो ।
पकड़कर हाथ इसका
क ख ग घ  सिखला दो।।

रात को जल्दी सुलाकर इसे
सुबह जगाना न जाना भूल।
मेरे संग उछलकूद करती
मेरी बहिना जाएगी स्कूल।।

       ...कविता रावत

53 टिप्‍पणियां:

  1. सार्थक और सहाज भाव। कविता जी हो सकाता है आपने अपने बचपन को भी कविता लिखते महसूस किया हो। घर के बच्चों का हठ और मांगे देख हम मन ही मन हंसने लगते हैं। मैं कहूं कि मेरी बहना स्कूल जाएं और पढ-लिख आसमान को छुएं। मेरा संदेश उस तक पहुंचाने का कष्ट करें।
    drvtshinde.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  2. :-)

    बचपन की मिठास लिए प्यारी रचना...

    अनु

    जवाब देंहटाएं
  3. छोटे बच्चों की पहले पहल स्कूल जाने की उत्सुकता का सुन्दर मासूम सजीव चित्रण पढ़कर लगा जैसे यह मेरे बच्चे हों और मुझसे बतिया रहें हों...

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत बेहतरीन प्रेरक सुंदर बाल रचना !!!

    RECENT POST: जुल्म

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही बेहतरीन प्रेरक रचना,आभार.

    जवाब देंहटाएं
  6. अभी तो जिद्द कर रहा है ... बहना जब तंग करेगी तो कहेगा ... नहीं नहीं इसे दूसरे स्कूल भेजो ... हा हा ...
    सुन्दर बाल रचना है ..

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत ही मासूम सी रचना...तस्वीर तो और भी प्यारी

    जवाब देंहटाएं
  8. वहुत बढ़िया, यह ललक अन्त तक बनाए रहिए!

    जवाब देंहटाएं
  9. वाह इतना बढ़िया

    प्रिय रंजन भोखरी करगहर रोहतास

    जवाब देंहटाएं
  10. मीठी सी ...लोरी सीसुन्दर रचना

    जवाब देंहटाएं

  11. सुंदर रचना
    बधाई

    http://jyoti-khare.blogspot.in/-------में
    सम्मलित हों "समर्थक"बनें
    आभार

    जवाब देंहटाएं
  12. कविता : इतना सहज कैसे लिख लेती है आप... !!!

    जवाब देंहटाएं
  13. मैं इसे फेसबुक के 'काव्यालय ' फोरम में शेर कर रहा हूँ...

    जवाब देंहटाएं
  14. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. अजीब बात है - इसे पढ़ कर आँखें नम हो जाती है...

      हटाएं
  15. भाई-बहन का जोड़ा जैसे एक डाल पर खिले दो फूल -सहज,सुन्दर ,अनुरूप!

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत प्यारी , मासूम सी रचना.

    जवाब देंहटाएं
  17. मीठी सी प्यारी सी रचना

    जवाब देंहटाएं
  18. बचपन भी कितना प्यारा होता है ....जितना सोचो उतना और प्यार आता है ...बचपन सी प्यारी रचना

    जवाब देंहटाएं
  19. आपके नाम के अनुकूल मासूमियत से रची-बसी सुन्दर प्यारी बाल रचना ......लाजवाब !!

    जवाब देंहटाएं
  20. वाह जी वाह! कविता जी ! जितने सुन्दर मासूम बच्चे उतनी ही सहज प्यारी रचना आप के अलावा और भला आजकल कौन लिखता है!!!!!! भाई-बहन के प्यार से बढ़कर कुछ नहीं है संसार में ...

    जवाब देंहटाएं
  21. bhai bahan ke pyar ko darshaati sunder rachna

    जवाब देंहटाएं
  22. रात को जल्दी सुलाकर इसे
    सुबह जगाना न जाना भूल।
    मेरे संग उछलकूद करती
    मेरी बहिना जाएगी स्कूल।

    आपने बचपन को लौटा दिया

    जवाब देंहटाएं
  23. masti bhari pyari rachna.............. bhai- bahan ko tasveer me dekhna aur use kavita k roop me padhna, achchha laga!

    जवाब देंहटाएं
  24. वाह, बहुत बढ़िया

    जवाब देंहटाएं
  25. मीठी सी प्यारी रचना

    जवाब देंहटाएं
  26. कविता जी आपकी कविता और आपके विषय में पढकर अच्छा लगा । आप शिक्षा विभाग में हैं तब तो और भी सुलभ और स्वाभाविक है बच्चों के लिये लिखना । आपके हौसले का अभिनन्दन ।
    एक बात कहना चाहती हूँ कि शब्द भले ही अंग्रेजी के हों लेकिन जब हम उन्हें हिन्दी के साथ प्रयोग में ला रहे हैं तब उनकी वर्तनी देवनागरी ही होनी चाहिये । आपने 'विहान' देखा । उम्मीद है देखती रहेंगी

    जवाब देंहटाएं
  27. बहुत सुन्दर कविता...बहुत भावुक |

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

    जवाब देंहटाएं
  28. रात को जल्दी सुलाकर इसे
    सुबह जगाना न जाना भूल।
    मेरे संग उछलकूद करती
    मेरी बहिना जाएगी स्कूल।
    सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
  29. वाह, जैसा सुंदर चित्र, वैसी ही सुंदर बाल-कविता...बधाई इस सुंदर रचना के लिए

    जवाब देंहटाएं
  30. बहुत प्यारा बाल गीत.

    जवाब देंहटाएं
  31. सुंदर चित्र से सजी सराहनीय कृति..

    जवाब देंहटाएं
  32. bahut hi saral shbdon mein itni sundar rachna"meri behna jyegi school"

    जवाब देंहटाएं
  33. बेनामी16:50

    बहुत सुन्दर रचना

    जवाब देंहटाएं
  34. बच्चों की एक प्यारी नोंक झोंक सी कविता!!

    जवाब देंहटाएं
  35. ---- भावपूर्ण बाल कविता तो है ही....
    मम्मी देखो! पापा देखो!
    बहिना मेरी रट लगाती है।
    'मैं भी स्कूल चलूँगी भैय्या'
    खींचकर बस्ता कहती है।।
    ----- और कोई तो कुछ कहेगा नहीं सब घिसी-पिटी ही कहते हैं.....

    ---- रट लगाती है व कहती है ... एक ही भाव हैं अतः पुनुरुक्ति दोष है ...
    ---- लगाती है व कहती है में तुक भंग भी है ..

    जवाब देंहटाएं
  36. बेनामी18:10

    वहुत बढ़िया,

    जवाब देंहटाएं