बैल को सींग और आदमी को उसकी जबान से पकड़ा जाता है।
अक्सर रात को दिया वचन सुबह तक मक्खन सा पिघल जाता है।।
तूफान के समय की शपथें उसके थमने पर भुला दी जाती हैं।
वचन देकर नहीं मित्रता निभाने से कायम रखी जा सकती हैं।।
एक रुपये वचन की कीमत आधे रुपये के बराबर भी नहीं होती है।
वचन और पंख को अक्सर हवा उड़ा ले जाती है।।
एक छोटा-सा उपहार बहुत बड़े वचन से बढ़कर होता है।
वचन के देश में मनुष्य भूखा मर सकता है।।
अंडे और कसमें तोड़ने में कोई देर नहीं लगती है।
तंगदिल इंसान की जबान बहुत लम्बी रहती है।।
दो बातूनी साथ-साथ बहुत दूर तक यात्रा नहीं कर पाते हैं।
समझदार धन-दौलन से पहले जबान पर पहरा लगाते हैं।।
अक्सर रात को दिया वचन सुबह तक मक्खन सा पिघल जाता है।।
तूफान के समय की शपथें उसके थमने पर भुला दी जाती हैं।
वचन देकर नहीं मित्रता निभाने से कायम रखी जा सकती हैं।।
वचन और पंख को अक्सर हवा उड़ा ले जाती है।।
एक छोटा-सा उपहार बहुत बड़े वचन से बढ़कर होता है।
वचन के देश में मनुष्य भूखा मर सकता है।।
अंडे और कसमें तोड़ने में कोई देर नहीं लगती है।
तंगदिल इंसान की जबान बहुत लम्बी रहती है।।
दो बातूनी साथ-साथ बहुत दूर तक यात्रा नहीं कर पाते हैं।
समझदार धन-दौलन से पहले जबान पर पहरा लगाते हैं।।
दो बातूनी साथ-साथ बहुत दूर तक यात्रा नहीं कर पाते हैं।
ReplyDeleteसमझदार धन-दौलन से पहले जबान पर पहरा लगाते हैं।।
.....
सत्य वचन .....
अंडे और कसमें तोड़ने में कोई देर नहीं लगती है।
ReplyDeleteतंगदिल इंसान की जबान बहुत लम्बी रहती है।।...
हकीकत भरे चाँद हैं सभी ... हर बार मुंह से निकल गया ... "ये तू बिलकुल सच है "......
बैल को सींग और आदमी को उसकी जबान से पकड़ा जाता है।
ReplyDeleteअक्सर रात को दिया वचन सुबह तक मक्खन सा पिघल जाता है।।
...................... सटीक कहा गया है
बेहतरीन
ReplyDeleteउम्द्दा
यूँ हुआ है कुछ मौसम का असर देखिए
खिलखिलाता है हर सूखा हुआ शज़र देखिए
एक रुपये वचन की कीमत आधे रुपये के बराबर भी नहीं होती है।
ReplyDeleteवचन और पंख को अक्सर हवा उड़ा ले जाती है।।
सुन्दर लोकोक्ति।
ReplyDeleteआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (12.12.2014) को "क्या महिलाए सुरक्षित है !!!" (चर्चा अंक-1825)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है।
ReplyDeleteबहुत सुंदर.
ReplyDeleteलाजवाब लोकोक्ति ...........
ReplyDeleteसुन्दर ...
ReplyDeleteबुझे तो अनमोल वचन...
ReplyDeleteअनुपम रचना ...
ReplyDeleteसत्य वचन
ReplyDeleteआज बहुत से लोग आंखों के रोग से ग्रस्त है और उनके रोगों को ठीक करने के उपाय बताने जा रहा है जैसे- जायफल को पीसकर दूध में मिलाकर सुबह-शाम आंखों पर लगाए इससे आंखों का रोग ठीक हो जाता है। इस प्रकार के और भी नुसखें पाने के लिए यहां पर Click करें। आच्छा लगे तो Share करें।
ReplyDeleteआंखों आना का औषधियों से उपचार
काव्य में सुन्दर विचारणीय विचार!
ReplyDeleteयथार्थ भाव लिए पंक्तियाँ
ReplyDeleteअंडे और कसमें तोड़ने में कोई देर नहीं लगती है।
ReplyDeleteतंगदिल इंसान की जबान बहुत लम्बी रहती है।।
बहुत ख़ूब...सुंदर और सटीक
उत्कृष्ट वचन!!
ReplyDeleteGood to see a blog in Hindi.
ReplyDeleteAb hum koshish karenge samajhdaar bane rehne ki.. :)
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