अपनी-अपनी अक्ल
कोई अक्ल का मारा
कोई अक्ल का पुतला
कोई अक्ल का अंधा बेचारा
कोई अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरता
कोई अक्ल के घोड़े दौड़ाता
कोई अक्ल के बखिये उधेड़ता
कोई अक्ल से दूर होता
किसी की अक्ल चक्कर में आती
किसी की अक्ल पर पत्थर पड़ता
किसी के अक्ल के तोते उड़ते
किसी की अक्ल चरने जाता
किसी की अक्ल सठिया जाती
कोई अक्ल ठिकाने लगाता
कोई अक्ल खर्च करता
कोई अपनी अक्ल दौड़ाता
... कविता रावत