बस हैप्पी न्यू ईयर बोल - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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गुरुवार, 31 दिसंबर 2020

बस हैप्पी न्यू ईयर बोल



एक निश्चित दूरी

है बहुत जरूरी


देखो! उन कुकुरों को 

जो जब तक एक-दूजे को देख

गुर्रा-धमकाकर रास्ता नाप लेते हैं

तक तक वे सुरक्षित रहते हैं

लेकिन जैसे ही वे आपस में भिड़ते हैं

एक-दूजे की टंगड़ी-संगड़ी तोड़ लेते हैं

फिर ऐरे-गैरे कुकुर भी उन पर भारी पड़ते हैं

टूटी-सूटी टांग उठा जिंदगी भर मारे-मारे फिरते हैं


यानि दूरियाँ मिटी

दुर्घटना घटी


कोरोना काल में यदि नया साल मनाना हो जरूरी

तो तय कर लो एक निश्चित दूरी

कहीं अगर बीच में कोरोनो आ धमकेगा

तो सारी मौज-मस्ती पर पानी फेर देगा 

इसलिए 

क्षण भर की खुशी के चक्कर में 

खतरे न लो मोल

क्योंकि जीवन है अनमोल

बस हैप्पी न्यू ईयर बोल

बस हैप्पी न्यू ईयर बोल


कविता रावत