है बहुत जरूरी
देखो! उन कुकुरों को
जो जब तक एक-दूजे को देख
गुर्रा-धमकाकर रास्ता नाप लेते हैं
तक तक वे सुरक्षित रहते हैं
लेकिन जैसे ही वे आपस में भिड़ते हैं
एक-दूजे की टंगड़ी-संगड़ी तोड़ लेते हैं
फिर ऐरे-गैरे कुकुर भी उन पर भारी पड़ते हैं
टूटी-सूटी टांग उठा जिंदगी भर मारे-मारे फिरते हैं
यानि दूरियाँ मिटी
दुर्घटना घटी
कोरोना काल में यदि नया साल मनाना हो जरूरी
तो तय कर लो एक निश्चित दूरी
कहीं अगर बीच में कोरोनो आ धमकेगा
तो सारी मौज-मस्ती पर पानी फेर देगा
इसलिए
क्षण भर की खुशी के चक्कर में
खतरे न लो मोल
क्योंकि जीवन है अनमोल
बस हैप्पी न्यू ईयर बोल
बस हैप्पी न्यू ईयर बोल
कविता रावत
20 टिप्पणियां:
सादर नमस्कार,
आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 01-01-2021) को "नए साल की शुभकामनाएँ!" (चर्चा अंक- 3933) पर होगी। आप भी सादर आमंत्रित है।
धन्यवाद.
…
"मीना भारद्वाज"
क्षण भर की खुशी के चक्कर में
खतरे न लो मोल
क्योंकि जीवन है अनमोल
बस हैप्पी न्यू ईयर बोल
ये सीख याद रखेंगे तो नया साल हैप्पी होगा वरना....
बहुत ही सुंदर सृजन कविता जी
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
बहुत सही ,सटीक प्रश्नो को उजागर करती रचना..नव वर्ष की शुभकामना सहित जिज्ञासा सिंह..।
बहुत ही सुंदर नववर्ष गीत। आपको एवम आपके पूरे परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं।
रचना के माध्यम से बहुत सही संदेश आपने दिया है। ख़तरे मोल लेने का समय नहीं है। हैपी न्यू ईयर बोलकर भी शुभकामनाएं दी जा सकती है। बहुत खूब कविता जी। आपको नववर्ष 2021 की हार्दिक शुभकामनाएं।
सही है ! सावधानी हर हाल में जरुरी है अभी भी कुछ समय तक ! जीवन रहा तभी तीज-त्यौहार भी हैं
सार्थक प्रस्तुति
अत्यंत सुन्दर सृजन । नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
बहुत सुंदर और सार्थक सृजन 👌
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीया।
बहुत खूब ...
वाह, सुंदर रचना.. 🙏
नववर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएं ⭐🌹🙏🌹⭐
बहुत सुन्दर सृजन - - नूतन वर्ष की असंख्य शुभकामनाएं।
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
सुंदर सृजन।
सुन्दर, सन्देशप्रद रचना !
शुभ नव वर्ष !!
जो इतनी प्यारी और मीठी चेतावनी हो तो भला कौन नहीं मानेगा क्योंकि जीवन सच में अनमोल है । यह तो समय सबको समझा ही दिया है । हार्दिक शुभकामनाएँ ।
वाह , बहुत खूब !
नव वर्ष पे सार्थक सन्देश देती हुई कमाल की रचना ...
बहुत ज़रूरी है ये सब कुछ करना ... कुछ और सफ़र है जिसे अभी है तय करना ...
नव वर्ष की मंगल कामनाएं ...
बहुत सुन्दर रचना कविता जी। 💐
*इस साल न कोरोना, न कोरोना का रोना,*
*अब तो हमें नई उम्मीदों के नए बीज बोना।*
*उग आएं दरख़्त इंसानियत से फूले-फले,*
*महक उठे हर दर, हर घर का कोना-कोना।।*
*नव-वर्ष मंगलकारी हो, परम उपकारी हो।*
शुभेच्छाओं सहित।
बहुत सुन्दर शुभकामनाएं संजोयी हैं आपने सृजन में..नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।
बहुत ही सत्य एवम सटीक बात कही आपने ...
नववर्ष की अनंत शुभकामनाएं
बहुत सुंदर रचना
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