मरुस्थली अन्तःस्थल में भरें संवेदना
सहयोग, त्याग, उदारता से भरे मन
परस्पर विरोध-विग्रह दूर हों सभी के
कुछ ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन
बीज सा गलकर फिर बने वृक्ष
धरकर परमार्थव्रत करें नवसर्जन
समभाव दिखे सबको दुःख-सुख
कुछ ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन
सभी ब्लॉगर्स और पाठकों को नवोदित वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें
9 टिप्पणियां:
नूतन नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर रविवार 02 जनवरी 2022 को लिंक की जाएगी ....
http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप सादर आमंत्रित हैं, ज़रूर आइएगा... धन्यवाद!
!
सादर नमस्कार ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार(2-1-22) को २0२२ कहता है २०२२(चर्चा अंक4297)पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है..आप की उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी .
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कामिनी सिन्हा
आदरणीया कविता रावत जी, आपको सपरिवार नव वर्ष की ढेर सारी शुभकामनाएँ!
परस्पर विरोध-विग्रह दूर हों सभी के
कुछ ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन!
बहुत सुंदर संदेश! साधुवाद!--ब्रजेंद्रनाथ
बहुत ही सुंदर रचना!
आपको भी नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं व बधाइयाँ!
नवजोत लिए,
नव आश लिए,
नवदीप का प्रकाश लिए,
नववर्ष आए आपके जीवन में
खुशियाँ अपार लिए 🙏🙏
नववर्ष की हार्दिक हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएं आदरणीय मैम 🙏
बहुत बहुत ही सुंदर सृजन।
बीज सा गलकर फिर बने वृक्ष
धरकर परमार्थव्रत करें नवसर्जन
समभाव दिखे सबको दुःख-सुख
कुछ ऐसा हो नूतनवर्षाभिनंदन.. वाह!
आपको को भी हार्दिक बधाई एवं ढेरों शुभकामनाएँ।
सादर स्नेह
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएं
बहुत ही सुंदर भाव भरी कृति ।नूतन वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं और असंख्य बधाइयां कविता जी 💐🙏
सुंदर। आपको नए वर्ष की सपरिवार शुभकामनाएँ!!!
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