भूलते भागते पल । पहाड़ी गांव, नदी और सावन की यादें।
कविता रावत
सितंबर 11, 2011
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सुबह बच्चों का टिफिन तैयार करते समय किचन की खुली खिड़की से रह-रहकर बरसती फुहारें सावन की मीठी-मीठी याद दिलाती रही। सावन आते ही आँगन में नीम...
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