यौवन गुलाबी फूलों का सेहरा तो बुढ़ापा कांटों का ताज होता है - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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शुक्रवार, 16 नवंबर 2018

यौवन गुलाबी फूलों का सेहरा तो बुढ़ापा कांटों का ताज होता है

लम्बी उम्र सब चाहते हैं पर बूढ़ा होना कोई नहीं चाहता है
यौवन गुलाबी फूलों का सेहरा तो बुढ़ापा कांटों का ताज होता है

छोटी उम्र या कोरे कागज पर कोई भी छाप छोड़ी जा सकती है
युवा के पास ज्ञान तो वृद्ध के पास सामर्थ्य की कमी रहती है

बूढ़ा भालू धीमें-धीमें करके ही नाचना सीख पाता है
चालीस पार आदमी मूर्ख अथवा हकीम बन जाता है

बूढ़ी लोमड़ी को किसी शिक्षक की जरूरत नहीं होती है
सीखने-सिखाने की कोई उम्र निर्धारित नहीं की जाती है

चिड़िया की जवानी से गरुड़ पक्षी का बुढ़ापा भला
युवा की दासी बनने से वृद्ध की प्रेयसी बनना भला