लाख बहाने पास हमारे we have million excuses - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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रविवार, 12 मार्च 2023

लाख बहाने पास हमारे we have million excuses



लाख बहाने पास हमारे

कैसा फैला झूठा रोग
जितने रंग बदलता गिरगिट
उतने रंग बदलते लोग

नहीं पता कब किसको
किसके आगे रोना-झुकना
रंग बदलती दुनिया में
कब कितना जीना-मरना

नहीं कुछ जब पास तुम्हारे
कोई कितना अपना रहता
किसे पड़ी जाकर देखें
कैसे जीता मरता खपता

नाते रिश्ते बहुत हमारे
इसका सबको खूब पता
वक्त पड़े तो देखो जरा
कहीं न मिलता अता-पता

@कविता रावत