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ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

शनिवार, 14 जून 2025

कम से कम सामान रखना, जिन्दगी आसान रखना

जून 14, 2025
कम से कम सामान रखना जिन्दगी आसान रखना । फिक्र औरों की है लाजिम पहले अपना ख्याल रखना।। हर कोई कतरा के चल दे नहीं ऐसा अभिमान करना। भीड़ में घु...
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अंडे और कसमें तोड़ने में कोई देर नहीं लगती है

जून 14, 2025
बैल  को  सींग और आदमी  को उसकी  जबान से  पकड़ा  जाता  है। अक्सर रात को दिया वचन सुबह तक मक्खन सा पिघल जाता है।। तूफान  के  समय की शपथें ...
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शुक्रवार, 13 जून 2025

सदाबहार ब्रह्म तुलसी लगाइए अपने घर आंगन में

जून 13, 2025
बरसात का मौसम आते ही हमारे बगीचे में राम और श्याम तुलसी के पौधों की संख्या बहुत बढ़ जाती है। लेकिन जैसे ही ठण्ड का मौसम आता है तो इनमें से कु...
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रविवार, 1 जून 2025

अक्ल पर मुहावरों की कविता

जून 01, 2025
अपनी-अपनी अक्ल कोई अक्ल का मारा कोई अक्ल का पुतला कोई अक्ल का अंधा बेचारा कोई अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरता कोई अक्ल के घोड़े दौड़ाता कोई अक्ल...
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गुरुवार, 29 मई 2025

तम्बाकू ऐसी मोहिनी जिसके लम्बे-चौड़े पात। WNTD

मई 29, 2025
कभी गांव में जब रामलीला होती और उसमें राम वनवास प्रसंग के दौरान केवट और उसके साथी रात में नदी के किनारे ठंड से ठिठुरते हुए आपस...
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