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ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

बुधवार, 24 अगस्त 2016

तीन लोक से मथुरा न्यारी यामें जन्में कृष्णमुरारी

अगस्त 24, 2016
मथुरा प्राचीनकाल से एक प्रसिद्ध नगर के साथ ही आर्यों का पुण्यतम नगर है, जो दीर्घकाल से प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का केन्द्र रहा ह...
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शनिवार, 13 अगस्त 2016

सोमवार, 8 अगस्त 2016

हरेक वृक्ष नहीं फलवाला वृक्ष ही झुकता है

अगस्त 08, 2016
एक पक्ष की नम्रता बहुत दिन तक नहीं चल पाती है। एक बार शालीनता छोड़ने पर वह लौटकर नहीं आती है।। दूध में उफान आने पर वह चूल्हे पर जा गिरता ...
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सोमवार, 18 जुलाई 2016

प्रेम नगर की हसीन वादियों में

जुलाई 18, 2016
बच्चों ने स्कूल की किताब में ताजमहल के बारे में क्या पढ़ा कि इस बार गर्मियों की छुट्टियों में उसे देखने की जिद्द पकड़ ली। गर्मी के तीखे ते...
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मंगलवार, 12 जुलाई 2016

अच्छाई और सद्‌गुण इंसान की असली दौलत होती है

जुलाई 12, 2016
अच्छाई सीखने का मतलब बुराई को भूल जाना होता है। प्रत्येक सद्‌गुण किन्हीं दो अवगुणों के मध्य पाया जाता है।। बहुत बेशर्म बुराई को भी द...
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सोमवार, 13 जून 2016

बुधवार, 8 जून 2016

शनिवार, 4 जून 2016

सोमवार, 30 मई 2016

तम्बाकू ऐसी मोहिनी जिसके लम्बे-चौड़े पात

मई 30, 2016
कभी गांव में जब रामलीला होती और उसमें राम वनवास प्रसंग के दौरान केवट और उसके साथी रात में नदी के किनारे ठंड से ठिठुरते हुए आपस...
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शुक्रवार, 13 मई 2016