Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

मंगलवार, 2 जून 2015

सोमवार, 18 मई 2015

रविवार, 10 मई 2015

Happy Mothers Day

मई 10, 2015
नन्हें हाथों का प्यारा उपहार ।  छुपा है जिसमें माँ का प्यार । ।  आज मेरे बेटे ने मुझे यह प्यारी ग्रीटिंग बनाकर दी ..    ..... .कवित...
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सोमवार, 20 अप्रैल 2015

भगवान परशुराम जयंती विशेष

अप्रैल 20, 2015
बचपन में हम रामलीला देखने के लिए बड़े उत्सुक रहते थे। जब-जब जहाँ-कहीं भी रामलीला के बारे में सुनते वहाँ पहुंचते देर नहीं लगती। रामलीला म...
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सोमवार, 16 मार्च 2015

मानव के लिए आत्मसम्मान की रोटी जरुरी

मार्च 16, 2015
एक बूढ़े कोढ़ी, लंगड़े को देखकर भला कौन काम देता। लेकिन पेट की आग जो लगातार धधकती रहती है, उसे बुझाने के लिए दो वक्त की रोटी तो जरूरी है...
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