गुरुवार, 7 मई 2015

भोजन मीठा नहीं भूख मीठी होती है
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# लोक उक्ति में कविता संग्रह से
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About कविता रावत
लोक उक्ति में कविता संग्रह से
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मैं शैल-शिला, नदिका, पुण्यस्थल, देवभूमि उत्तराखंड की संतति, प्रकृति की धरोहर ताल-तलैयों, शैल-शिखरों की सुरम्य नगरी भोपाल मध्यप्रदेश में निवासरत हूँ। मैंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग, भोपाल में कर्मरत हूँ। भोपाल गैस त्रासदी की मार झेलने वाले हजारों में से एक हूँ। ऐसी विषम परिस्थितियों में मेरे अंदर उमड़ी संवेदना से लेखन की शुरुआत हुई, शायद इसीलिए मैं आज आम आदमी के दुःख-दर्द, ख़ुशी-गम को अपने करीब ही पाती हूँ, जैसे वे मेरे अपने ही हैं। ब्लॉग मेरे लिए एक ऐसा सामाजिक मंच है जहाँ मैं अपने आपको एक विश्वव्यापी परिवार के सदस्य के रूप में देख पा रही हूँ, जिस पर अपने मन/दिल में उमड़ते-घुमड़ते खट्टे-मीठे, अनुभवों व विचारों को बांट पाने में समर्थ हो पा रही हूँ।
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सर्वार्थ सत्य!
जवाब देंहटाएंदीदी एकदम सही लिखा है। एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा सबसे स्वादिष्ट भोजन कौनसा होता है ? बीरबल ने उत्तर दिया यह तो इस पर निर्भर करता है कि आपको कितनी तेज भूख लगी है।
जवाब देंहटाएंकविताजी एकदम यथार्थ है.
जवाब देंहटाएंभोजन नहीं, भूख मीठी होती है - सत्य वचन
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (08-05-2015) को "गूगल ब्लॉगर में आयी समस्या लाखों ब्लॉग ख़तरे में" {चर्चा अंक - 1969} पर भी होगी।
जवाब देंहटाएं--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
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विभुक्षितम किम न करोति पापम
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना
अति सुन्दर ..................
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही। सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति ॥
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना सटीक बात ।
जवाब देंहटाएंवाह बहुत ही सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंअच्छी लगी ये मीठी भूख
जवाब देंहटाएंआभार
सुन्दर प्रस्तुति कविता जी ..सच भूख लगी हो तो सब
जवाब देंहटाएंमीठा प्यारा अच्छा
भ्रमर ५
भूख पेट ना होए गोपाला---
जवाब देंहटाएंसत्य-वचन
भूख पेट ना होए गोपाला---
सत्य-वचन
सच में मीठा तो भोजन ही होता है
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति ॥
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर सत्य वचन .... कविता जी :)
जवाब देंहटाएंसच लिखा है ... भूख न हो तो बेस्वादी लगती है हर चीज ... पर भूक हो तो कुछ भी हो अच्छा लगता है ... स्वादिष्ट लगता है ...
जवाब देंहटाएंअच्छी रचना है ...