
जब हरतरफ पटाखों के शोरगुल

अन्धकार को मिटाने को उद्धत
छोटे से टिमटिमाते दीप को
निर्विकार भाव से निरंतर
जलते देखती हूँ
तो भावुक मन सोचने लगता है कि
जीवन भर आलोक बिखेर कर
दूसरों का पथ प्रदर्शन करने वाला
मानव को समभाव का पाठ पढाता
यह नन्हा सा दीपक किस तरह
अपने क्षणिक जीवन में
वह सब समझ लेता है
जो हम जीवन भर नहीं समझ पाते
तभी तो वह अपनी जीवन की
मूल्यवान घड़ियों को व्यर्थ नहीं गवांता
प्राणयुक्त तेल चुक जाने के बाद भी
अपनी आखिरी दम तक जलकर
मंद-मंद प्रकाश बिखेरना नहीं छोड़ता
सूरज के निरंतर चलते रहने के व्रत को
अंधियारी रात्रि में निरंतर जलकर
प्रकाश के क्रम को टूटने नहीं देता है
इस भौतिक जगत में जो भी आया
वह एक न एक दिन जाएगा जरुर
यह तथ्य वह हमसे पहले जान लेता है
क्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
अँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं
सबको दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनाओं सहित..
..कविता रावत
दीये की लौ की भाँति
ReplyDeleteकरें हर मुसीबत का सामना
खुश रहकर खुशी बिखेरें
यही है मेरी शुभकामना।
आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeletediwali ki shubkamnaye aapko or aapke pariwaar ko
ReplyDeleteइस भौतिक जगत में जो भी आया
ReplyDeleteवह एक न एक दिन जाएगा जरुर
यह तथ्य वह हमसे पहले जान लेता है
क्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
अँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति है आपकी कविता जी.
सद् प्रेरणा देती हुई.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
धनतेरस व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
समय मिलने पर मेरे ब्लॉग पर भी आईयेगा.
क्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
बहुत सुंदर ....हार्दिक शुभकामनायें आपको भी.....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ... दीपावली की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें !
ReplyDeleteमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
बहुत प्रभावी... सार्थक चिंतन....
ReplyDeleteआपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं....
सुंदर और सार्थक सोच के लिए बधाई ...
ReplyDeleteदिवाली की शुभकामनाएँ!
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteकल 25/10/2011 को आपकी कोई पोस्ट!
नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद
बहुत सुन्दर प्रस्तुती....
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
दीपवली पर गिफ्ट कार्ड बनाये माइक्रोसोफ्ट पेंट से
अंधकार के साम्राज्य पर प्रहार करते ये दीपक, ज्ञान और प्रकाश को प्रसारित करते हैं
ReplyDeleteबहुत ही बढि़या ...दीपोत्सव की शुभकामनाओं के साथ बधाई ।
ReplyDeleteप्रभावशाली प्रस्तुति ...
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार...
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
kyo na chhote-chhote kadmo se....sarthak aur ummidon se bhara lekh|
ReplyDeleteprakash parv ki shubhkamnayen..
दीवाली की ढेरों शुभकामनायें।
ReplyDeleteक्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं
,,,,,
सद् प्रेरणा देती हुई.
सुन्दर प्रस्तुति के लिए आभार.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ...
अपने क्षणिक जीवन में
ReplyDeleteवह सब समझ लेता है
जो हम जीवन भर नहीं समझ पाते
तभी तो वह अपनी जीवन की
मूल्यवान घड़ियों को व्यर्थ नहीं गवांता
...जीवन का सार्थक सन्देश देती सुन्दर रचना.
दीपोत्सव की शुभकामनाएँ...
अँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
ReplyDeleteदीप बन जग में उजियारा फैलाएं
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...
धनतेरस व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
अँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
ReplyDeleteदीप बन जग में उजियारा फैलाएं
बहुत सुन्दर
दीपमालिका पर्व की हार्दिक बधाई
सुंदर भावों से सजी रचना. आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteक्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं ... आमीन
दिवाली की शुभकामनायें
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .....
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनायें
saarthak,sakaartmak aur bhaawpoorna rachna,badhai!
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको और आपके प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें….!
संजय भास्कर
आदत....मुस्कुराने की
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
कल के चर्चा मंच पर, लिंको की है धूम।
ReplyDeleteअपने चिट्ठे के लिए, उपवन में लो घूम।।
--
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
मंद-मंद प्रकाश बिखेरना नहीं छोड़ता
ReplyDeleteसूरज के निरंतर चलते रहने के व्रत को
अंधियारी रात्रि में निरंतर जलकर
प्रकाश के क्रम को टूटने नहीं देता है
सुन्दर दीप का प्रेरणादायक सन्देश
आपको भी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
ओजमय प्रस्तुति
ReplyDeleteआपको धनतेरस और दीपावली की हार्दिक दिल से शुभकामनाएं
MADHUR VAANI
MITRA-MADHUR
BINDAAS_BAATEN
यह नन्हा सा दीपक किस तरह
ReplyDeleteअपने क्षणिक जीवन में
वह सब समझ लेता है
बहुत सुन्दर ... दीपक के सन्देश का प्रकाशन
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
सुन्दर प्रस्तुति, शुभ सन्देश.. आपके जीवन में भी यह दीप-पर्व उजियारा लाये!
ReplyDeleteयह नन्हा सा दीपक किस तरह
ReplyDeleteअपने क्षणिक जीवन में
वह सब समझ लेता है... बहुत सुन्दर प्रस्तुति ... दीपावली की शुभकामनाएँ...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
ReplyDeleteक्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
उत्तम ख्यालात ....
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं...!!
सामयिक,सुंदर प्रस्तुती 'दीप बन जग में उजियारा फैलाये,बधाई....
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभ्कामनाये.....
उत्तम सोच, ग्राह्य सन्देश.
ReplyDeleteदीपपर्व की हार्दिक शुभकामनाओं सहित...
बहुत अच्छी सोंच .. आपको दीपावली की शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteकविता जी,
ReplyDeleteनमस्कार,
आप के लिए "दिवाली मुबारक" का एक सन्देश अलग तरीके से "टिप्स हिंदी में" ब्लॉग पर तिथि 26 अक्टूबर 2011 को सुबह के ठीक 8.00 बजे प्रकट होगा | इस पेज का टाइटल "आप सब को "टिप्स हिंदी में ब्लॉग की तरफ दीवाली के पावन अवसर पर शुबकामनाएं" होगा पर अपना सन्देश पाने के लिए आप के लिए एक बटन दिखाई देगा | आप उस बटन पर कलिक करेंगे तो आपके लिए सन्देश उभरेगा | आपसे गुजारिश है कि आप इस बधाई सन्देश को प्राप्त करने के लिए मेरे ब्लॉग पर जरूर दर्शन दें व अपने नाम के बटन को एक बार कलिक जरूर करें |
धन्यवाद |
विनीत नागपाल
सुंदर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को दीप पर्व की शुभकामनाएं....
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं
ReplyDeleteबहुत सार्थक ,सटीक लिखा है देखो एक नन्हा सा दीप कितना महान है .
ReplyDeleteहमेशा की तरह एक और प्यारी सारगर्भित रचना, बधाई !
ReplyDeleteदीपावली पर आपको और परिवार को हार्दिक मंगल कामनाएं !
सादर !
दीपावली पर्व अवसर पर आपको और आपके परिवारजनों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteदीपावली केशुभअवसर पर मेरी ओर से भी , कृपया , शुभकामनायें स्वीकार करें
ReplyDeletegahan bhav wali rachna...deepawali ki hardik shubhkamnaen!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर प्रस्तुति...दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाये.....
ReplyDeleteआपका समर्थक बन रहा हूँ
दीप पर्व की अनंत मंगलकामनाएं !
ReplyDeleteबहुत सुन्दर एवं सटीक रचना !
ReplyDeleteआपको दीप पर्व दीपावली की शुभ कामनाएं !!
आपके पोस्ट पर आना बहुत अच्छा लगा । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । दीपावली की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteBahut hi sundar rachna Kavita ji.. Aabhar..
ReplyDeleteVishesh aabhar humare blog par pahunch kar utsahvardhan hetu, ummeed hai aapka utsaahvardhan milta rahega..
Happy Diwali..
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये............
ReplyDeleteप्रकाश पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये ..मेरी और से भी बधाहिया सवीकार कीजिये
आपको दीपावली,भाईदूज एवं नववर्ष की सपरिवार ढेरों शुभकामनाएं !
ReplyDeleteइस पोस्ट पर देर से आया हूँ , क्षमा चाहता हूँ. दीया, प्रतीक भी है, उदाहरण भी और मार्ग दर्शक भी . दिये के माध्यम से आपने जो सन्देश दिया है , वह सामयिक भी है और सार्थक भी.
ReplyDeleteबधाई स्वीकार करें !
बहुत प्रभावी और सार्थक चिंतन....
ReplyDeleteआपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं..
क्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
बहुत सुंदर ...आपको दीप पर्व की सपरिवार सादर शुभकामनाएं..
सुंदर भाव।
ReplyDeleteसुन्दर और सार्थक रचना
ReplyDeleteदीवाली की हार्दिक शुभकामना!
उत्तम सन्देश.....
ReplyDeleteदीपपर्व की सादर शुभकामनाएं!
sundar bahut hi
ReplyDeleteprabhawshali kavita.......
ReplyDeleteक्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
ReplyDeleteअँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं
..बहुत सुन्दर प्रेरणा देती रचना ...
दीपावली और भाई दूज की हार्दिक शुभकामना
इस भौतिक जगत में जो भी आया
ReplyDeleteवह एक न एक दिन जाएगा जरुर
यह तथ्य वह हमसे पहले जान लेता है
क्यों न हम भी छोटे-छोटे कदमों से
अँधेरे कोनों में भी दीप जलाते रहें
दीप बन जग में उजियारा फैलाएं
...बहुत सुन्दर सन्देश
आपको एवं आपके परिवार के सभी सदस्य को दिवाली और भाई दूज की हार्दिक शुभकामनायें !
bahut sundar prastuti..
ReplyDeletebhaiyadooj aur chandragupt poojan ke avsar pe dher saari shubhkamnaye..
sadasya ban raha hu..
kitni sunder soch hai bahut khoob
ReplyDeletedeepawali ki bahut bahut badhai
rachana
deepotsav ki bahut bahut shubhkamnayen.
ReplyDeleteशुभकामनाएँ
ReplyDeleteGyan Darpan
RajputsParinay
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएँ
बहुत सुंदर ....
ReplyDeleteदीपावली कीहार्दिक शुभकामनायें
बहुत सुंदर...
ReplyDeleteसार्थक चिंतन....
शुभकामनाएँ
सुंदर भाव..
ReplyDeleteआह्लाद की हिलोरें उठने लगीं।
दीपावली की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteसुंदर और सार्थक प्रस्तुति ...
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएँ
दीप यूं ही बहुत बड़ी बात कहता है.. सतत प्रकाशमान अंतिम बूंद तेल की तक...किन्तु आपकी कविता ने दिए की इस भावना पर प्रकाश दल कर बहुत कुछ कह दिया ... सादर ...
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteहमेशा की भांति बेहतरीन रचना! शुभ कामनाओं सहित!
ReplyDeleteडॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ...
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति ...
ReplyDeleteदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
कविता जी,आप मेरे ब्लॉग पर एक अरसे से नही आई हैं.
ReplyDeleteमुझ से कोई भूल हुई है क्या ?
कृपया,मुझे बताएं क्या सुधार करूँ मैं.
मानव को समभाव का पाठ पढाता
ReplyDeleteकविता जी अभिवादन सुन्दर भाव लिए प्यारी रचना काश हमारे मन का अंधियारा ये मिटा दे ...
भ्रमर ५
यह नन्हा सा दीपक किस तरह
अपने क्षणिक जीवन में
वह सब समझ लेता है
जो हम जीवन भर नहीं समझ पाते
तभी तो वह अपनी जीवन की
मूल्यवान घड़ियों को व्यर्थ नहीं गवांता
प्राणयुक्त तेल चुक जाने के बाद भी
अपनी आखिरी दम तक जलकर
आपका पोस्ट अच्छा लगा ।मेरे नए पोस्ट पर आप आमंत्रित हैं । धन्यवाद ।
ReplyDeleteयह नन्हा सा दीपक किस तरह
ReplyDeleteअपने क्षणिक जीवन में
वह सब समझ लेता है
जो हम जीवन भर नहीं समझ पाते
तभी तो वह अपनी जीवन की
मूल्यवान घड़ियों को व्यर्थ नहीं गवांता
प्राणयुक्त तेल चुक जाने के बाद भी
अपनी आखिरी दम तक जलकर
बहुत सुन्दर गहरे भाव एक सद्प्रेरक प्रस्तुति के लिए आभार.
कृपया पधारेँ । http://poetry-kavita.blogspot.com/2011/11/blog-post_06.html
ReplyDeleteसुन्दर भाव लिए प्यारी रचना,
ReplyDeleteबधाई.
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteसुंदर भाव..
ReplyDeleteआह्लाद की हिलोरें उठने लगीं।
सुन्दर रचना ..बधाई पहलीबार आप को पढ़ रही हू ,दिया शब्द का अर्थ ही होता है देना ..सिर्फ ..देना आप मेरे ब्लॉग पर आयेगी तो बहुत खुशी होगी
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रचना आने वाले समय के लिए बहुत सारी शुभकामनाएँ |
ReplyDeleteप्रभावी विचार
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर रचना है
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्ति!!!
ReplyDeleteआपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी के लिए धन्यवाद!
ReplyDeleteविवाह की वर्षगांठ की आप दोनों को हार्दिक शुभकामनायें...........
ReplyDeleteदीप पर्व आपको सपरिवार शुभ हो !
ReplyDeleteकल 03/11/2013 को आपकी पोस्ट का लिंक होगा http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर
धन्यवाद!
बहुत सार्थक सोच
ReplyDelete