Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

सोमवार, 13 जून 2016

गाँव में शादी-ब्याह की रंगत

जून 13, 2016 15
दो चार दिन ही सही लेकिन जब भी शहर की दौड़-भाग भरी जिन्दगी से दूर पहाड़ी हरे-भरे पेड़-पौधों, गाँव की टेढ़ी-मेढ़ी बलखाती पगडंडियों, खेत-खलियानो...
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बुधवार, 8 जून 2016

शनिवार, 4 जून 2016

सोमवार, 30 मई 2016

शुक्रवार, 13 मई 2016

रविवार, 1 मई 2016

सोमवार, 4 अप्रैल 2016

भारत में अंग्रेजी परस्तों की साजिश

अप्रैल 04, 2016 14
हमारा देश लगभग 1000 वर्ष तक विदेशियों का गुलाम रहा है। भारत को गुलाम बनाने में विदेशियों से कहीं अधिक भारतीय लोगों का भी हाथ रहा...
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मंगलवार, 29 मार्च 2016

ईर्ष्या और लालसा कभी शांत नहीं होती है

मार्च 29, 2016 19
मूर्ख लोग ईर्ष्यावश दुःख मोल ले लेते हैं। द्वेष फैलाने वाले के दांत छिपे रहते हैं।। ईर्ष्यालु व्यक्ति दूसरों की सुख सम्पत्ति देख दुबला ह...
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शुक्रवार, 11 मार्च 2016

आवाजों को नजरअंदाज न करें

मार्च 11, 2016 24
हमारे शरीर में नाक से लेकर घुटनों तक समय-समय पर कुछ आवाजें आती हैं। ये आवाजें शरीर का हाल बयां करती हैं। इन्हें नजरअंदाज न करें। इस बारे ...
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मंगलवार, 1 मार्च 2016

सोमवार, 25 जनवरी 2016

हम भाँति-भाँति के पंछी हैं

जनवरी 25, 2016 29
हम भाँति-भाँति के पंछी हैं पर बाग़ तो एक हमारा है वो बाग़ है हिन्दोस्तान हमें जो प्राणों से भी प्यारा है हम  हम भाँति-भाँति के पंछी ……………...
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शनिवार, 9 जनवरी 2016