उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

बुधवार, 16 जुलाई 2025

उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं



उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

जिनकी गंगा लहरों सम सुंदर जटाएं हैं
जिनके वामभाग पार्वती सुशोभित है
नारायण के जो अतिप्रिय है
कामदेव के मद नाशक हैं
उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

जिनका वर्णन वाणी से अकथ है
जो अनेक गुण स्वरूप के स्वामी हैं
जिनको ब्रह्मा विष्णु देव भजते हैं
जो सुंदर वामभाग सपत्नीक हैं
उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

जो भूतों के अधिपति कहलाते हैं
जिनके गले सदा सर्प विभूषित हैं
जो नित बाघम्बर वसन पहनते हैं
कर पाश अंकुश अभय वर शूल धरते हैं
उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

जो चन्द्र प्रकाशित किरीट धरे हैं
भाल नेत्र कंदर्प दग्ध करे हैं
जिनके कर्ण सर्प कुंडल दमक रहे हैं
जो सदा रूप ह्रास वृद्धिरहित है
उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

जो भक्तों पर सदा कृपा बरसाते हैं
वे वैराग्य शांति के सागर हैं
जो पार्वती को सदा साथ रखते हैं
धीर सौम्य मनोहर जान पड़ते हैं
उस भोलेनाथ का पाठ जाप करो
जो काशीपति विश्वनाथ कहलाते हैं

.... कविता रावत