आज हरियाली अमावस्या है। हमारे हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन माह में पड़ने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या या श्रावणी अमावस्या कहते हैं। इसे विशेष तिथि के रूप में माना जाता है। इस दिन लोग पूर्वजों के निमित्त पिंडदान एवं दान-पुण्य के कार्य करने के साथ ही जीवन में पर्यावरण के महत्व को समझते हुए वृक्षारोपण करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन के सारे दुःख-दर्द दूर होते हैं तथा सुख-समद्धि का वास होता है। इस दिन किसान भी अपने खेती में उपयोग होने वाले उपकरणों की पूजा करते हैं और ईश्वर से अच्छी फसल होने की कामना करते हैं।
हरियाली अमावस्या के दिन आम, पीपल, बरगद, बेल, नीम, आंवला आदि के पेड़ लगाने चाहिए।
वृक्षों को पृथ्वी की शोभा, हरियाली का उद्गम कहा गया है। जहाँ ये एक ओर स्वास्थ्य वृद्धि की बूटी हैं, तो वहीँ दूसरी ओर वर्षा के निमन्त्रणदाता भी हैं, जिससे प्रकृति की रक्षा और प्राणिमात्र का पोषण होता है। आज हरियाली अमावस्या के अवसर पर आप हमारे घर के बगीचे की सैर कीजिए और प्रकृति से जुड़कर वृक्षारोपण का संकल्प कर प्रकृति के सहायक बनकर जीवन आनन्द का अनुभव महसूस करें।