Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona: समय
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।
समय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
समय लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

गुरुवार, 23 जून 2022

मिटटी-पानी-हवा यही तो कुदरत के हैं वरदान

जून 23, 2022 10
प्रकृति का वरदान, नहीं संभलता इंसान  मिटटी-पानी-हवा यही तो कुदरत के हैं वरदान  मानव तो धरती पर निश्चित समय का है मेहमान  नदी, कुएँ, झील, बाव...
और पढ़ें>>

सोमवार, 20 अप्रैल 2020

मौत तारीख देखकर नहीं आती है

अप्रैल 20, 2020 12
सबकुछ मिट्टी से पैदा होकर फिर उसी में मिल जाता है राजा हो या रंक सबका अंत एक-सा होता है। उसी का जीवन सार्थक है जो गलतियों से फायदा उठाता ...
और पढ़ें>>

मंगलवार, 15 सितंबर 2009

इससे पहले कि

सितंबर 15, 2009 10
इससे पहले कि कोई आप से तुम और तुम से तू पर आकर अपनी कोई दिल बहलाने की चीज़ समझ बैठे संभल जाना इससे पहले कि कोई अपनी मीठी बातों में उलझा...
और पढ़ें>>