Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

बुधवार, 29 जनवरी 2025

अत्यधिक रगड़ने पर चंदन से भी आग पैदा हो जाती है

जनवरी 29, 2025 10
प्रत्येक अति बुराई का रूप धारण कर लेती है। उचित की अति अनुचित हो जाती है।। अति मीठे को कीड़ा खा जाता है। अति स्नेह मति बिगाड़ देता है।।...
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वो वसंत की चितचोर डाली।

जनवरी 29, 2025 34
कुछ शर्माती कुछ सकुचाती जब आती बाहर वो नहाकर मन ही मन कुछ कहती उलझे लट सुलझा सुलझाकर झटझट झटझट झरझर झरझर बूंदें गिरतीं बालों से पल-पल दिखतीं...
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सोमवार, 27 जनवरी 2025

शुक्रवार, 24 जनवरी 2025

गुरुवार, 23 जनवरी 2025

गणतंत्र का उत्सव। 26 January

जनवरी 23, 2025 20
राष्ट्रीय त्यौहारों में गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व है। यह दिवस हमारा अत्यन्त लोकप्रिय राष्ट्रीय पर्व है, जो प्रतिवर्ष आकर हमें हमारी प...
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बुधवार, 22 जनवरी 2025

मंगलवार, 21 जनवरी 2025

हिंदी माध्यम से डॉक्टरी पढ़ाई मीठी टैबलेट मिलने जैसी है : Dr. Dharmendra Manjhi

जनवरी 21, 2025 2
MBBS की पढ़ाई हिंदी माध्यम में कराने के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करने पर कुछ दिन जोर-शोर से काम चला। इसके लिए मेडिकल की अंग्रेज़ी की कुछ किता...
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रविवार, 19 जनवरी 2025

माउंटेन मैन दशरथ मांझी जैसा एक और मांझी : Dr. Dharmendra Manjhi

जनवरी 19, 2025 3
         डॉक्टर बनने का सपना लाखों बच्चे अपनी आंखों में पालते हैं, लेकिन डॉक्टर बनने की राह आसान नहीं है। पहले तो दिन-रात कठोर परिश्रम करके ...
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नशामुक्त देवभूमि का सपना कब साकार होगा?

जनवरी 19, 2025 14
जब कोई हमारी प्रकृति की सुरम्य पहाड़ियों की गोद में बसे देवता, ऋषि-मुनियों एवं तपस्वियों की निवास स्थली देवभूमि उत्तराखंड की चर्चाएं मद्यपान...
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शनिवार, 18 जनवरी 2025

पथरीली, संकरी राह में भटक रही ये जिंदगी

जनवरी 18, 2025 23
पथरीली, संकरी राह में भटक रही ये जिंदगी ओझल मंजिल लगता कदम-कदम पर फेरा है जब- जब भी दिखा उगता सूरज ख़ुशी का तब-तब मुझको गहन तम ने आक...
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बुधवार, 15 जनवरी 2025

बेवकूफ डंडा तो समझदार इशारे की भाषा समझता है

जनवरी 15, 2025 24
बह चुके पानी से कभी चक्की नहीं चलाई जा सकती है लोहे से कई ज्यादा सोने की जंजीरें मजबूत होती है चांदी के एक तीर से पत्थर में भी छेद हो सकता ह...
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सोमवार, 13 जनवरी 2025