मामूली दुश्मन या घाव की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए
दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए
भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनाता है
कुत्ते की मौत पर भेडिया नहीं रोया करता है
शैतान की मौत से इंसान को सुकूं मिलता है
दुश्मनी में अक्सर आदमी दिन-रात जागता है
अक्ल की बात दुश्मन से भी सीखी जा सकती है
अक्सर दुश्मनी आदमी को समझदार बना देती है
बिगाड़ने में नहीं बनाने में बहुत समय लगता है
शुभ कार्य हेतु कोई मुहूर्त नहीं निकाला जाता है
सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है
उसी की हँसी सबको भली लगे जो अंत में हँसता है
-कविता रावत
दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए
भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनाता है
कुत्ते की मौत पर भेडिया नहीं रोया करता है
शैतान की मौत से इंसान को सुकूं मिलता है
दुश्मनी में अक्सर आदमी दिन-रात जागता है
अक्ल की बात दुश्मन से भी सीखी जा सकती है
अक्सर दुश्मनी आदमी को समझदार बना देती है
बिगाड़ने में नहीं बनाने में बहुत समय लगता है
शुभ कार्य हेतु कोई मुहूर्त नहीं निकाला जाता है
सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है
उसी की हँसी सबको भली लगे जो अंत में हँसता है
-कविता रावत
14 टिप्पणियां:
बहुत सी उपयोगी बातें...धन्यवाद
आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनायें.
sahee bate acchee lagee.......
...बहुत सुन्दर,प्रसंशनीय!!!
महत्वपूर्ण जानकारी पढ़ने को मिली ।
उपयोगी जानकारी पढ़ने को मिली
ये हुई एक जबरदस्त बात पर इसे अगर सर खोल कर भी अन्दर रख दें तो भी ये न जाने क्यों अमल में आ नहीं पातीं, या तो हम समझाना नहीं चाहते या वक़्त नहीं देते
सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है
उसी की हँसी सबको भली लगे जो अंत में हँसता है
sach kaha
अरे !!! ये तो कई सारे छोटे-छोटे फूलों का गुलदस्ता है. हर वाक्य अपने में सम्पूर्ण.
umda rachna.
achha kaha aap ne
सुन्दर भावों की सहज अभिव्यक्ति-----
हर बात
सुनहरे बोल
हर विचार
ह्रदय में समाने वाला
आभार .
अक्ल की बात दुश्मन से भी सीखी जा सकती है
अक्सर दुश्मनी आदमी को समझदार बना देती है ...
हक़ीकत को झेल कर ऐसी सत्य बातें बाहर आती हैं .....
बहुत अच्छा लिखा है ......
अक्ल की बात दुश्मन से भी सीखी जा सकती है
अक्सर दुश्मनी आदमी को समझदार बना देती है
kitna sahi kaha aapne!
कमाल की रचना है ! बेहद उपयोगी कविता जी
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