मामूली दुश्मन हो या घाव उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
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सोमवार, 23 दिसंबर 2024

मामूली दुश्मन हो या घाव उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए

मामूली दुश्मन हो या घाव उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए
दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए

भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनाता है
कुत्ते की मौत पर भेडिया नहीं रोया करता है

शैतान की मौत से इंसान को सुकूं मिलता है
दुश्मनी में अक्सर आदमी दिन-रात जागता है

अक्ल की बात दुश्मन से भी सीखी जा सकती है
अक्सर दुश्मनी आदमी को समझदार बना देती है

बिगाड़ने में नहीं बनाने में बहुत समय लगता है
शुभ कार्य हेतु कोई मुहूर्त नहीं निकाला जाता है

सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है
उसी की हँसी सबको भली लगे जो अंत में हँसता है

                                                  -कविता रावत