फ़रवरी 2025 - Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025

सोमवार, 24 फ़रवरी 2025

रविवार, 23 फ़रवरी 2025

जब शिव-पार्वती धार्मिक आडंबर देखने धरती पर पधारे

फ़रवरी 23, 2025 43
एक बार की बात है शिवजी-पार्वती कैलाश पर बैठे पृथ्वीवासियों के धार्मिक कर्मकांड के विषय पर गहन चर्चा कर रहे थे। पार्वती ने शिवजी से पूछा-...
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शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2025

बुधवार, 19 फ़रवरी 2025

सोमवार, 17 फ़रवरी 2025

रविवार, 16 फ़रवरी 2025

शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2025

ईर्ष्या लोभ से भी चार कदम आगे रहती है

फ़रवरी 14, 2025 19
मूर्ख लोग ईर्ष्यावश दुःख मोल ले लेते हैं। द्वेष फैलाने वाले के दांत छिपे रहते हैं।। ईर्ष्यालु व्यक्ति दूसरों की सुख सम्पत्ति देख दुबला ह...
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रविवार, 9 फ़रवरी 2025

कुत्तों के भौंकने से हाथी अपना रास्ता नहीं बदलता है

फ़रवरी 09, 2025 13
आदमी काम से नहीं चिन्ता से जल्दी मरता है गधा दूसरों की चिन्ता से अपनी जान गंवाता है धन-सम्पदा चिन्ता और भय अपने साथ लाती है धीरे-धीरे कई चीज...
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गुरुवार, 6 फ़रवरी 2025

उस गाँव के कोस गिनकर होगा क्या?

फ़रवरी 06, 2025 32
मत भरो शूलों से दामन अपना जिंदगी के गुलशन में फूल भी खिलते हैं बाजी हारते-हारते जो जीत जाय वे बड़े खुशनसीब वाले रहते हैं ! कर्त्तव्य की ...
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सुन्दर वस्त्र पहनकर नरक जाने से चिथड़े पहनकर स्वर्ग जाना भला

फ़रवरी 06, 2025 12
बुरे संग प्रार्थना करने से भले लोगों संग मिलकर डाका डालना भला सुन्दर वस्त्र पहनकर नरक जाने से चिथड़े पहनकर स्वर्ग जाना भला बेडौल लोहे को हथौड़...
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मंगलवार, 4 फ़रवरी 2025

सोमवार, 3 फ़रवरी 2025

काम का घोड़ा है वसंत। वसंतोत्सव विशेष

फ़रवरी 03, 2025 0
गंगा के जलपृष्ठों पर हमारे समस्त वांग्मय और स्मृतियों  का मुद्रण अनादि काल से चला आ रहा है। नदियाँ हमारी जलपोथियाँ हैं, इसीलिए कोई त्योहार ह...
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प्रकृति के आनन्द का अतिरेक है वसंत। Spring is an abundance of nature's joy

फ़रवरी 03, 2025 24
व्रत ग्रंथों और पुराणों में असंख्य उत्सवों का उल्लेख मिलता है। ‘उत्सव’ का अभिप्राय है आनन्द का अतिरेक। ’उत्सव’ शब्द का प्रयोग साधारणतः त...
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