Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

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शुक्रवार, 13 सितंबर 2024

मंगलवार, 10 सितंबर 2024

शुक्रवार, 6 सितंबर 2024

गणेशोत्सव सामाजिक एकाकार का उत्सव है. Ganesh Chaturthi

सितंबर 06, 2024 33
          हमारी भारतीय संस्कृति अध्यात्मवादी है, तभी तो उसका श्रोत कभी सूख नहीं पाता है। वह निरन्तर अलख जगाकर विपरीत परिस्थितियों को भी...
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श्री गणेश जन्मोत्सव। Ganesh Chaturthi

सितंबर 06, 2024 22
उत्सव, त्यौहार, पर्वादि हमारी भारतीय संस्कृति की अनेकता में एकता की अनूठी पहचान कराते हैं। रक्षाबन्धन के साथ ही त्यौहारों का सिलसिला शुरू ...
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बुधवार, 4 सितंबर 2024

सोमवार, 2 सितंबर 2024

सुख, शांति और समृद्धि के दाता हैं भगवान गणेश || Lord Ganesha is the giver of happiness, peace and prosperity || Ganesh Chaturthi

सितंबर 02, 2024 9
हमारी भारतीय संस्कृति में गणेश जी के जन्मोत्सव की कई कथाएं प्रचलित हैं। हिन्दू संस्कृति (कल्याण) के अनुसार भगवान श्रीगणेश के जन्मकथा का...
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रात दिन की किचकिच पिटपिट

सितंबर 02, 2024 0
रात दिन की किचकिच पिटपिट तंग होकर भागी बीबी घर छोड़कर भागी बीबी वह अपना दुःखड़ा  सबको सुनाता फिरता है तू चिंता मत कर आ आयेगी पास बैठ कोई अपना ...
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रविवार, 1 सितंबर 2024

कुछ शर्माती कुछ सकुचाती

सितंबर 01, 2024 34
कुछ शर्माती कुछ सकुचाती जब आती बाहर वो नहाकर मन ही मन कुछ कहती उलझे लट सुलझा सुलझाकर झटझट झटझट झरझर झरझर बूंदें गिरतीं बालों से पल-पल दिखतीं...
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शनिवार, 31 अगस्त 2024

यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता । Yun Hi Achanak Kahin Kuchh Nahin Ghatta। Hindi Kavita

अगस्त 31, 2024 52
यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता अन्दर ही अन्दर कुछ रहा है रिसता किसे फुरसत कि देखे फ़ुरसत से जरा कहाँ उथला कहाँ राज है बहुत गहरा बेवजह...
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गुरुवार, 29 अगस्त 2024

गढ़वाली गीत। म्यारू भुल्ला तु दारू नि पेई || uttarakhandi Geet ||

अगस्त 29, 2024 4
भले काचू पाकू रूखु सूखू खैई भले जनि तनि करि घर तू चलैई भले कैका गोरू बकरा चरैई मगर म्यारू भुल्ला दारू नि पेई यु दारू त घर मा झगड़ा करांद फेफड़...
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शनिवार, 24 अगस्त 2024

गुरुवार, 22 अगस्त 2024

मान-सम्मान पर बट्टा | हिंदी कहानी |

अगस्त 22, 2024 3
दिन ढ़लने के बाद जहां गांव के लोग हर दिन की तरह अपनी खेती-पाती के काम से फुर्सत होकर अपने-अपने घरों में दुबके थे। वहीं उस गांव में एक ऐसा व्...
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