मां दुर्गा की आठवीं शक्ति है महागौरी, जो शांति, पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक हैं। माता का यह स्वरूप हमें जीवन में सादगी और शुद्धि का महत्व बताता है।
आरती
जय जय जय महागौरी माता,अष्टम रूप में तुम हो विधाता।
गौर वर्ण, तुम जग को चमकाती,
मन में तुम ही शांति लाती।
हाथ में त्रिशूल, डमरू सोहे,
वृषभ पर बैठी, मन को मोहे। ,
मन की शुद्धि, तुम ही तो वर दो,
आरती से भक्तों का कष्ट हर लो
आरती जय महागौरी माता।
मां दुर्गा की आठवीं शक्ति है महागौरी, जो शांति, पवित्रता और ज्ञान का प्रतीक हैं। माता का यह स्वरूप हमें जीवन में सादगी और शुद्धि का महत्व बताता है।
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