Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

Recent Posts

रविवार, 1 जून 2025

अक्ल पर मुहावरों की कविता

जून 01, 2025
अपनी-अपनी अक्ल कोई अक्ल का मारा कोई अक्ल का पुतला कोई अक्ल का अंधा बेचारा कोई अक्ल के पीछे लट्ठ लिए फिरता कोई अक्ल के घोड़े दौड़ाता कोई अक्ल...
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गुरुवार, 29 मई 2025

तम्बाकू ऐसी मोहिनी जिसके लम्बे-चौड़े पात। WNTD

मई 29, 2025
कभी गांव में जब रामलीला होती और उसमें राम वनवास प्रसंग के दौरान केवट और उसके साथी रात में नदी के किनारे ठंड से ठिठुरते हुए आपस...
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बुधवार, 28 मई 2025

तम्बाकू/धूम्रपान कई रोगों की जड़ है

मई 28, 2025
तम्बाकू/धूम्रपान जनित कुछ प्रमुख रोगों के बारे में जानिए और  आज ही छोड़ने का संकल्प कीजिए  कैंसर:  तम्बाकू के धुएं से उपस्थित बेंजपाए...
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सोमवार, 26 मई 2025

रविवार, 25 मई 2025

शुक्रवार, 23 मई 2025

परिश्रम में कोई कमी न हो तो कुछ भी कठिन नहीं होता है

मई 23, 2025
सोए हुए भेड़िए के मुँह में मेमने अपने आप नहीं चले जाते हैं। भुने   हुए   कबूतर   हवा   में  उड़ते  हुए  नहीं  पाए  जाते  हैं।। सोई लो...
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गुरुवार, 22 मई 2025

नाते रिश्ते सबसे पीछे, सबके आगे रहता पैसा

मई 22, 2025
  नाते रिश्ते सबसे पीछे सबके आगे रहता पैसा खूब हंसाता खूब रूलाता सबको नाच नचाता पैसा अपने इससे दूर हो जाते दूजे इसके पास आ जाते दूर पास का ख...
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सोमवार, 19 मई 2025

गुरुवार, 15 मई 2025

सैकड़ों गीदड़ों के लिए एक शेर ही ग़नीमत है

मई 15, 2025
मुर्गा अपने दड़बे पर बड़ा दिलेर होता है अपनी गली का कुत्ता भी शेर होता है दुष्ट लोग क्षमा नहीं वे दंड के भागी होते हैं लातों के भूत कभी ब...
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बुधवार, 14 मई 2025

मंगलवार, 13 मई 2025

बंदी राजा बनने से आजाद पंछी बनना भला

मई 13, 2025
सोने की बेड़ियां हों तो भी उसे कौन चाहता है? स्वतंत्रता स्वर्ण से अधिक मूल्यवान होता है बंदी  राजा  बनने से आजाद पंछी बनना भला जेल के मे...
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सोमवार, 12 मई 2025

शनिवार, 10 मई 2025

अब वह दिल की धड़कन कहाँ से लाऊंगा मां!

मई 10, 2025
जब-जब भी मैं तेरे पास आया तू अक्सर मिली मुझे छत के एक कोने में चटाई या फिर कुर्सी में बैठी बडे़ आराम से हुक्का गुड़गुड़ाते हुए तेरे हुक्के क...
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शुक्रवार, 9 मई 2025

जहाज डूब जाने के बाद हर कोई बचाने का उपाय जानता है

मई 09, 2025
सत्ता के सामने कभी सयानापन नहीं चलता है  जिसके हाथ बाजी उसकी बात में दम होता है कोई जंजीर सबसे कमजोर कड़ी से ज्यादा मजबूत नहीं होती है...
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बुधवार, 7 मई 2025

इने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है

मई 07, 2025
एक जगह पहुंचकर अच्छे और बुरे में बहुत कम दूरी रह जाती है इने-गिने लोगों की दुष्टता सब लोगों के लिए मुसीबत बन जाती है ! दुष्ट   प्रवृत्त...
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मंगलवार, 6 मई 2025

दुष्ट को क्षमा नहीं डर दिखाकर बस में करना भला

मई 06, 2025
गर्म पानी से झुलसा कुत्ता ठण्डे पानी से भी डरता है चूने से मुँह जले वाले को दही देखकर डर लगता है रीछ से डरा आदमी कंबल वाले को देख डर ज...
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सोमवार, 5 मई 2025

दरिया जिधर बह निकले वही उसका रास्ता होता है

मई 05, 2025
दो काम एक साथ हाथ में लेने पर एक भी नहीं हो पाता है।  बहुत ज्यादा सोच-विचार वाला कुछ भी नहीं कर पाता  है।। जो कुछ नहीं जानता वह किसी बात ...
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शनिवार, 3 मई 2025

बुधवार, 30 अप्रैल 2025

मजदूर दिवस पर कविता। सबके करीब सबसे दूर, कितने मजबूर

अप्रैल 30, 2025
मजदूर  सबके करीब सबसे दूर कितने मजबूर  ये मजदूर! कभी बन कर कोल्हू के बैल घूमते रहे गोल-गोल ख्वाबों में रही हरी-भरी घास बंधी रही आस सपने होते...
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