हर सपना साकार करने वाला आज का कल्पवृक्ष है भ्रष्टाचार
कविता रावत
नवंबर 05, 2023
सुना होगा आपने कभी एक कल्पतरु हुआ करता था तले बैठ जिसके मानव इच्छित फल को पाता था इच्छा उसकी पूरी पूर्ण होती, वह सुख-चैन से रहता जो भी ...
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