
हो गई घर की साफ-सफाई
व्हाट्सएप्प और फेसबुक पर
लोग देने लगे बधाई
आई दिवाली आई
खुशियों की सौगात लाई
देखकर दुकानें दुल्हन सी सजी-धजी
मैं भी सरपट दौड़ी-भागी बाजार गई
खरीद लाई नये लत्ते-कपड़े घर भर के
अब कैसे कहूँ बड़ी कमरतोड़ है महंगाई

बेरौनक बाजार में रंगत छाई
आई दिवाली आई
खुशियों की सौगात लाई
लगी है घर-दफ्तर की भागम-भाग
पर लक्ष्मी पूजन सामग्री भी लाना है
दीए, खील-बताशे, मिठाई, बम-पटाखे
उफ! लंबी सूची, पकवान भी बनाना है
दीपक बन उजियारा फैलाओ जग में

आई दिवाली आई
खुशियों की सौगात लाई
सबकी अपनी-अपनी दिवाली
सबके अपने-अपने ढँग हैं
धूम-धड़ाका देख तमाशा
जाने छिपे कितने रंग हैं
सबका अपना हिसाब-किताब यहाँ
सीधा हो या जुआड़ी-नशेड़ी भाई
आई दिवाली आई
खुशियों की सौगात लाई
ज्योति पर्व का प्रकाश आप सभी के जीवन को सुख, समृद्धि एवं वैभव से आलोकित करे, इसी शुभकामना के साथ...... कविता रावत
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शुक्रवार 28 अक्टूबर 2016 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteदीप पर्व की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएं .
ReplyDeleteHappy Deepawali.
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएं
ReplyDeleteसुन्दर ........
ReplyDeleteदिवाली की शुभकामना..
बहुत सुंदर.
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि- आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (28-10-2016) के चर्चा मंच "ये माटी के दीप" {चर्चा अंक- 2509} पर भी होगी!
ReplyDeleteदीपावली से जुड़े पंच पर्वों की
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आई दिवाली आई
ReplyDeleteखुशियों की सौगात लाई
आपको भी बधाई,बधाई
बधाई!
दीपावली की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteबहुत सुन्दर ... दिवाली आती है तो सफाई के बहाने बहुत कुछ पुराना भी मिल जाता है ... सबकी अपनी अपनी दिवाली ... आपको भी बहुत शुभकामनायें ...
ReplyDeleteआपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन ’अहिंसक वीर क्रांतिकारी को नमन : ब्लॉग बुलेटिन’ में शामिल किया गया है.... आपके सादर संज्ञान की प्रतीक्षा रहेगी..... आभार...
ReplyDeleteमेरे साथ भी हुआ है कुछ चीजे इस साल खोई अगले साल मिली....तभी दिवाली की सफाई बहुत जरूरी है सफाई के बहाने बहुत कुछ पुराना भी मिल जाता है .....दीपावली की शुभकामनाएं कविता दीदी
ReplyDeleteवाह . बहुत उम्दा,सुन्दर व् सार्थक प्रस्तुति
ReplyDeleteमंगलमय हो आपको दीपों का त्यौहार
जीवन में आती रहे पल पल नयी बहार
ईश्वर से हम कर रहे हर पल यही पुकार
लक्ष्मी की कृपा रहे भरा रहे घर द्वार
सुंदर रचना ।
ReplyDeleteदीप-पर्व की शुभकामनाएँ ।
बहुत अच्छी कविता
ReplyDeleteदीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं।
बहुत अच्छा शब्दचित्र दीप-पर्व का... आपको परिवार सहित शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteसुन्दर शब्द रचना
ReplyDeleteदीपावली की शुभकामनाएं .
http://savanxxx.blogspot.in
विलम्बित दीप पर्व की शुभकामनाये।
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteaapko bhi happy diwali.......
ReplyDeleteplease also visit for Hindi Website
http://www.achhiadvice.com/
ReplyDeleteजी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार २१ अक्टूबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
ReplyDeleteजी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना हमारे सोमवारीय विशेषांक
२१ अक्टूबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।,
बेहतरीन प्रस्तुति।दीपावली की ढेरों शुभकामनाएँ।
ReplyDeleteवाह!!कविता जी ,बहुत खूबसूरत भावों से भरी रचना । सफाई हो गई ,अब मिठाई की बारी आई 😊 दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteशुभकामनाएं।
ReplyDeleteबहुत सुंदर काव्य सृजन ।
ReplyDeleteदीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।
सुन्दर रचना
ReplyDeleteआम आदमी की भागदौड़ भरी जिंदगी और त्योहार के अवसर पर परिवार के लिए छोटी छोटी खुशियाँ जुटाने की चाह भी, जिम्मेदारी भी। बहुत सुंदर सरल रचना कविता जी।
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