Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

शनिवार, 31 अगस्त 2024

यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता । Yun Hi Achanak Kahin Kuchh Nahin Ghatta। Hindi Kavita

अगस्त 31, 2024 52
यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता अन्दर ही अन्दर कुछ रहा है रिसता किसे फुरसत कि देखे फ़ुरसत से जरा कहाँ उथला कहाँ राज है बहुत गहरा बेवजह...
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गुरुवार, 22 अगस्त 2024

मान-सम्मान पर बट्टा | हिंदी कहानी |

अगस्त 22, 2024 3
दिन ढ़लने के बाद जहां गांव के लोग हर दिन की तरह अपनी खेती-पाती के काम से फुर्सत होकर अपने-अपने घरों में दुबके थे। वहीं उस गांव में एक ऐसा व्...
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शनिवार, 17 अगस्त 2024

भाई बहन का स्‍नेहिल बंधन है रक्षाबंधन

अगस्त 17, 2024 47
हमारी भारतीय संस्कृति में अलग-अलग प्रकार के धर्म, जाति,  रीति,  पद्धति,  बोली, पहनावा, रहन-सहन के लोगों के अपने-अपने उत्सव, पर्व, त्यौहार ह...
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शनिवार, 10 अगस्त 2024

गुरुवार, 8 अगस्त 2024

बुधवार, 7 अगस्त 2024

मंगलवार, 6 अगस्त 2024

सोमवार, 5 अगस्त 2024

बुधवार, 31 जुलाई 2024

शनिवार, 27 जुलाई 2024

गरीबी में डॉक्टरी : कहानी (भाग-2) एक और मांझी की डॉक्टर बनने की संघर्ष गाथा

जुलाई 27, 2024 1
पूर्व से निरन्तर..... ... धर्मेन्द्र मांझी रात भर सोच-विचार कर रोता-कल्पता रहा। जब सुबह हुई और उसने उगते सूरज को देखा तो उसे यह बात समझ आयी...
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गुरुवार, 25 जुलाई 2024