दूध का जला छाछ को फूँक-फूँक कर पीता है। लोकोक्तियों की कविता।
कविता रावत
जून 07, 2024
गर्म पानी से झुलसा कुत्ता ठण्डे पानी से भी डरता है चूने से मुँह जले वाले को दही देखकर डर लगता है रीछ से डरा आदमी कंबल वाले को देख डर ज...
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