Kavita Rawat Blog, Kahani, Kavita, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपनी कविता, कहानी, गीत, गजल, लेख, यात्रा संस्मरण और संस्मरण द्वारा अपने विचारों व भावनाओं को अपने पारिवारिक और सामाजिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का हार्दिक स्वागत है।

सोमवार, 23 दिसंबर 2024

मामूली दुश्मन हो या घाव उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए

दिसंबर 23, 2024 14
मामूली दुश्मन हो या घाव उसकी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनात...
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रविवार, 22 दिसंबर 2024

दुश्मन के ख़ेमे में फूट पड़े तो उसकी हार निश्चित होती है

दिसंबर 22, 2024 16
कलाल की दुकान पर पानी पीओ तो शराब का गुमान होता है  फूलों के कारण माला का धागा भी पावन हो जाता है  अच्छा पड़ोसी मूल्यवान वस्तु से कम नहीं होत...
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शनिवार, 21 दिसंबर 2024

रविवार, 15 दिसंबर 2024

कहानी इल्लू, टिल्लू और ढिल्लू की

दिसंबर 15, 2024 10
हमारा परिवार प्रकृति प्रेमी तो है ही साथ में पशु-पक्षी प्रेमी भी है। यह बात हमारे अड़ोसी-पड़ोसी ही नहीं बल्कि जान-पहचान और रिश्तेदार भी भलीभां...
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शुक्रवार, 13 दिसंबर 2024

बुधवार, 11 दिसंबर 2024

सोमवार, 9 दिसंबर 2024

सोमवार, 2 दिसंबर 2024

त्रासदी के कड़ियां | भोपाल गैस कांड |

दिसंबर 02, 2024 27
देखते-देखते भोपाल गैस त्रासदी के 39 बरस बीत गए।हर वर्ष तीन दिसंबर गुजर जाता है और उस दिन मन में कई सवाल उठते हैं, जो अनुत्तरित रह जाते है...
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बुधवार, 27 नवंबर 2024

देश के जयचंदों को चुन चुन मार भगाना होगा

नवंबर 27, 2024 5
कटुता कपट सहेजे मन में मुख पर मीठे बोल यहां। घृणा द्वेष ने ओढ़ रखा है अपनेपन का खोल यहां।। बिकते देखी है नैतिकता दो कौड़ी के मोल यहां। बनी व...
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शनिवार, 23 नवंबर 2024

चल रही गाड़ी बैशाखियों के सहारे

नवंबर 23, 2024 0
जिसे कहते हैं फर्ज या रिश्ते निभाना आजकल यह सब आखिर कौन निभा रहा है देखो तो जरा अपने आस पास बस ढोह रहे हैं एक दूसरे को चल रही गाड़ी बैशाखियो...
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मंगलवार, 19 नवंबर 2024

सोमवार, 18 नवंबर 2024

पर लगाकर जो उड़ना चाहे आसमां में वह जमीं पर भला कैसे चल सकता है

नवंबर 18, 2024 18
कपोल कल्पित कल्पना में जीने वाले हकीकत का सामना करने से डरते हैं जो हौंसला रखते सागर पार करने की वह कभी नदियों में नहीं डूबा करते हैं ऊंचाईय...
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रविवार, 17 नवंबर 2024

लाख बहाने पास हमारे we have million excuses। हिन्दी गीत

नवंबर 17, 2024 2
लाख बहाने पास हमारे कैसा फैला झूठा रोग जितने रंग बदलता गिरगिट उतने रंग बदलते लोग नहीं पता कब किसको किसके आगे रोना-झुकना रंग बदलती दुनिया में...
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रविवार, 10 नवंबर 2024

गुरुवार, 7 नवंबर 2024

सोमवार, 4 नवंबर 2024

घर को तेरा इंतजार है, सारा घर बीमार है।

नवंबर 04, 2024 88
एक बार आकर देख जा बेटे घर को तेरा इन्तजार है घर सारा बीमार है. बाप के तेरे खांस-खांस कर हुआ बुरा हाल है छूटी लाठी , पकड़ी खटिया ...
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गुरुवार, 31 अक्टूबर 2024