Kavita Rawat Blog, Kahani, Lekh, Yatra vritant, Sansmaran, Bacchon ka Kona
ब्लॉग के माध्यम से मेरा प्रयास है कि मैं अपने विचारों, भावनाओं को अपने पारिवारिक दायित्व निर्वहन के साथ-साथ कुछ सामाजिक दायित्व को समझते हुए सरलतम अभिव्यक्ति के माध्यम से लिपिबद्ध करते हुए अधिकाधिक जनमानस के निकट पहुँच सकूँ। इसके लिए आपके सुझाव, आलोचना, समालोचना आदि का स्वागत है। आप जो भी कहना चाहें बेहिचक लिखें, ताकि मैं अपने प्रयास में बेहत्तर कर सकने की दिशा में निरंतर अग्रसर बनी रह सकूँ|

रविवार, 15 अगस्त 2010

बचपन के स्वत्रंत्रता दिवस का वह एक दिन

अगस्त 15, 2010 46
शहर की महज औपचारिक दिशा की और निरंतर अग्रसर होती स्वत्रंत्रता दिवस की एक दिवसीय चकाचौध के बीच बचपन में गाँव के स्कूल में मनाये जाने वाले...
और पढ़ें>>

रविवार, 8 अगस्त 2010

रविवार, 1 अगस्त 2010

सोमवार, 19 जुलाई 2010

यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता

जुलाई 19, 2010 51
यूँ ही अचानक कहीं कुछ नहीं घटता अन्दर ही अन्दर कुछ रहा है रिसता किसे फुरसत कि देखे फ़ुरसत से जरा कहाँ उथला कहाँ राज है बहुत गहरा बेवजह...
और पढ़ें>>

शुक्रवार, 2 जुलाई 2010

सोमवार, 7 जून 2010

मंगलवार, 1 जून 2010

शनिवार, 22 मई 2010

शनिवार, 15 मई 2010

शनिवार, 8 मई 2010

शुक्रवार, 23 अप्रैल 2010

मत भरो शूलों से दामन अपना

अप्रैल 23, 2010 32
कभी वक्त ने करके मजबूर जिन्हें कर दिया जुदा गुजरे पलों को जिसने ख़ामोशी से दिल में सहेज लिया उनसे ही सीखा सबक प्यार का दुनिया वालों ने जि...
और पढ़ें>>

शुक्रवार, 16 अप्रैल 2010

शुक्रवार, 9 अप्रैल 2010

गुरुवार, 1 अप्रैल 2010

सोमवार, 29 मार्च 2010

बुधवार, 24 मार्च 2010

श्रीराम के आदर्श शाश्वत और मूल्य कालजयी हैं

मार्च 24, 2010 9
मनुष्य की श्रेष्ठता उसके शील, विवेक, दया, दान, परोपकार धर्मादि सदगुणों के कारण होती है. इसलिये जीवन का मात्र पावन ध्येय "बहुजन हित...
और पढ़ें>>

बुधवार, 17 मार्च 2010

सौभाग्य जब भी आए वही उसका सही समय होता है

मार्च 17, 2010 14
मामूली दुश्मन या घाव की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए दुश्मन अगर चींटीं भी हो तो उसे हाथी समझना चाहिए भेड़िये की मौत पर भेड़ अपनी खैर मनाता है ...
और पढ़ें>>

रविवार, 7 मार्च 2010

शनिवार, 27 फ़रवरी 2010

शुक्रवार, 19 फ़रवरी 2010

रविवार, 14 फ़रवरी 2010

सोमवार, 8 फ़रवरी 2010

बुधवार, 3 फ़रवरी 2010

गुरुवार, 28 जनवरी 2010

मंगलवार, 26 जनवरी 2010

शुक्रवार, 22 जनवरी 2010

बुरी आदत

जनवरी 22, 2010 10
कभी-कभी कुछ लोकाक्तियों के माध्यम से जिसमें मनुष्य की विवशता की हँसी या किसी वर्ग विशेष पर कटाक्ष परिलक्षित होता है, उसे एक सूत्र में गू...
और पढ़ें>>

सोमवार, 18 जनवरी 2010

शुक्रवार, 8 जनवरी 2010

सूनापन

जनवरी 08, 2010 11
नव वर्ष के आगमन पर ब्लॉग पर किसी को भी शुभकामनाएं नहीं दे पाई, जिसका मुझे बेहद अफ़सोस है. जबकि मैंने सोचा था कि इस वर्ष मैं ब्लॉग पर पहली ...
और पढ़ें>>

शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009

शनिवार, 19 दिसंबर 2009